Bhiwani में डेंगू का प्रकोप : लारवा मिलने पर 444 मकान मालिकों को थमाया नोटिस

- डेंगू के डंक से 24 लोग हुए बीमार, अस्पतालों में जाकर ले रहे उपचार
- डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग करवा रहा फोगिंग
Bhiwani : दिन-प्रतिदिन डेंगू का डंक तीखा होता जा रहा है। अभी तक जिले में 24 लोग डेंगू के डंक से बीमार है, जो सरकारी व निजी अस्पतालों में उपचार ले रहे है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू का लारवा ढूंढने का अभियान चलाया है, जिसमें अभी तक 444 घरों में पानी की टंकी व पानी जमा होने के अन्य स्त्रोतों में लारवा मिलने पर मकान मालिकों को नोटिस थमाया गया है। अगर इसके बाद भी मकान मालिक नहीं सुधरे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग डेंगू व अन्य मच्छरों के सफाए के लिए फोगिंग करवाने में जुटा हुआ है।
जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 16 से बढ़कर 24 तक पहुंच गया है। एकदम आंकड़े बढ़ने की वजह से स्वास्थ्य विभाग के भी हाथ पैर फूलने लगे है। विभाग ने घरों में लारवा ढूंढने के अभियान में तेजी लाई है। विभाग की टीमों ने गांवों के अलावा शहर के विभिन्न हिस्सों में लगातार मच्छरों का लारवा ढूंढने का अभियान चला रहा रखा है। इसी तरह विभाग ने देहात में भी अभियान चलाया और लोगों को इससे बचने के उपायों के बारे में भी जानकारी दी, ताकि लोगों को डेंगू के डंक से बचाया जा सके। वहीं विभाग ने डेंगू के डंक से बीमारी हुए लोगों के लिए अस्पताल में अलग से वार्ड स्थापित किया है और चिकित्सकों की ड्यूटी भी लगाई है। ताकि जरूरत पड़ने पर डेंगू से पीड़ित मरीजों को तत्काल इलाज के लिए दाखिल किया जा सके। इसके लिए अतिरिक्त स्टाफ की भी नियुक्ति की गई है।
444 घरों में मिला मच्छरों का लारवा
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अभी तक चलाए गए अभियान के तहत 444 घरों में मच्छरों का लारवा मिला है। जिन घरों में लारवा मिला है, उन घरों में उसी वक्त लारवें को नष्ट करवा दिया। साथ ही उनको हिदायत दी गई कि फ्रीज की ट्रे, कूलरों के पानी, टंकिंयो व पुराने टायरों में पानी जमा न होने दिया जाए। चूंकि इन चीजों में ही कई दिनों का पानी जमा मिला है। उसमें मच्छराें का लारवा पनप सकता है। ऐसे में किसी भी सूरत में मच्छरों का लारवा नहीं होने दिया जाना चाहिए। इस दौरान टीम ने लोगों से मच्छरों के न पनपने देने का आह्वान करते हुए कहा कि किसी भी जगह पर पानी न जमा होने दे। क्योंकि पानी के उपर ही मच्छर अंडे देते है, जिससे इनकी संख्या बढ़ती जाती है।
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