डेंटल सर्जन भर्ती घोटाला : विजिलेंस ने 24 एचसीएस और 16 डेंटल सर्जन उम्मीदवारों के रोल नंबर लिए कब्जे में

डेंटल सर्जन भर्ती घोटाला : विजिलेंस ने 24 एचसीएस और 16 डेंटल सर्जन उम्मीदवारों के रोल नंबर लिए कब्जे में
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डेंटल सर्जन भर्ती घोटाले के आरोपितों डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर, नवीन और अश्विनी को मंगलवार को दोपहर पंचकूला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीनों को 26 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में जले भेज दिया।

चंडीगढ़। हरियाणा लोक सेवा आयोग ( Haryana Public Service Commission ) द्वारा आयोजित डेंटल सर्जन भर्ती घोटाले के आरोपितों डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर ( Anil Nagar ) , नवीन और अश्विनी को मंगलवार को दोपहर पंचकूला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीनों को 26 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में जले भेज दिया। बचाव पक्ष के वकील विशाल गर्ग ने बताया कि तीनों आरोपितों को पेश किया गया था। डीएसपी ने तीन दिन का पुलिस रिमांड मांगा था और कहा कि रोहतक और सोनीपत लेकर जाना है। हमने कोर्ट को बताया कि विजिलेंस पहले पांच दिन के रिमांड के दौरान कहीं पर भी नहीं लेकर गई।

विजिलेंस केवल झूठा कबूलनामा लिखवाना चाहती है। बचाव पक्ष के वकील के तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने विजिलेस की तीन दिन की रिमांड की एप्लीकेशन को डिसमिस कर दया। तीनों आरोपियों को 26 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में जले भेज दया। बचाव पक्ष के वकील ने बताया कि जज ने सख्ती दिखाई कि आगे से ध्यान रखे। पुलिस रिमांड की एप्लीकेशन हमें उपलब्ध करवा दी गई है।

चार दिन रिमांड पर रहे

नागर का चार दिन का रिमांड मंगलवार को पूरा हो गया। नवीन और अश्विनी का सोमवार को एक दिन का रिमांड लिया था। वह भी पूरा हो गया। कोर्ट में पेशी के दौरान तीनों की रिमांड मांगी गई। अब तक रिमांड के दौरान विजिलेंस ने तीनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। तीनों को पंचकूला स्थित एचपीएससी कार्यालय में नले जाकर 7 घंटे सर्च अभियान चलाया। इस दौरान 24 एचसीएस और 16 डेंटल सर्जन उम्मीदवारों के रोल नंबर और ओएमआर शीट अपने कब्जे में ली थी।

अब तक यह हो चुकी है बरामदगी

डेंटल सर्जन भर्ती में ओएमआर शीट खाली छोड़ने वालों का चयन करने के मामले में स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने गुरुवार को हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर को 90 लाख के कैश के साथ उनके कार्यालय से पकड़ा था। यह पैसा नागर का सहायक झज्जर निवासी अश्विनी देने पहुंचा था। क्योंकि विजिलेंस ने उसके घर से एक करोड़ आठ लाख बरामद किए थे। उसने खुलासा किया था कि इसमें से 90 लाख नागर के के हैं। विजिलेंस के कहने पर वह पंचकूला कार्यालय में पैसे देने पहुंचा और नागर ने जब कैश लिया तो विजिलेंस ने उसे पकड़ लिया। 17 नवंबर को भिवानी निवासी नवीन को पंचकूला में ही 20 लाख लेते पकड़ा गया था। एचसीएस नागर के पंचकूला घर से करीब 12 लाख कैश, 50 लाख की कीमत की एक रजिस्टर्ड लैंड के दस्तावेज, लैपटॉप और फोन बरामद हुआ था। मामले में अब तक कुल 3 करोड़ 60 लाख बरामद हो चुके हैं।

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