उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बोले - कोविड अस्पताल के लिए तकनीकी उपकरण एयरलिफ्ट करके लाए जाएंगे

हिसार : हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को जिंदल मॉर्डन स्कूल में प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित किए जा रहेे 500 बैड के अस्थाई अस्पताल का दौरा किया और वहां चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। अस्पताल की स्थापना को लेकर उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक करके विभिन्न जानकारियां ली। इस अवसर पर राज्यमंत्री अनूप धानक, मेयर गौतम सरदाना, अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, आईजी राकेश आर्य, उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, डीआईजी बलवान सिंह राणा, इआईसी निहाल सिंह सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए कुछ तकनीकी उपकरणों के संबंध में हुई चर्चा के बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि ये उपकरण एयरलिफ्ट करवाकर यहां लाए जाएंगें, ताकि अस्पताल को जल्द से क्रियान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि अस्पताल को पूर्ण रूप से संचालित होने में 18 मई तक का समय लगने वाला था, लेकिन तेज गति से चल रहे कार्यों व सभी जरूरी प्रबंधों व व्यवस्थाओं की समीक्षा के बाद इसे 16 मई तक संचालित किए जाने की समय सीमा निर्धारित की गई है। तकनीकी उपकरण 13 या 14 मई को यहां पंहुचने थे, लेकिन अब उम्मीद है कि इन्हें एयरलिफ्ट कर 10 मई के आसपास लाया जा सकेगा। इससे क्वालिटी जांच तथा ट्रायल रन इत्यादि का कार्य जल्द आरंभ हो सकेगा। यदि सब कुछ सही रहा तो 16 मई से पूर्व ही इसे आरंभ किया जा सकता है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि अस्थाई अस्पताल के लिए मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ की आवश्यकता होगी, इसलिए श्रम विभाग के अन्तर्गत ईएसआई के स्टाफ को यहां लगाए जाने की संभावनाओं पर कार्य किया जा रहा है। अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ के लिए और भी प्रयास किए जा रहे है। उन्होंंने कहा कि वर्तमान समय में ऑक्सीजन एक बड़ा विषय था, लेकिन जिंदल स्टील लिमिटेड से यहां पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की सप्लाई मिल जाएगी। इस अस्पताल की स्थापना से जींद, कैथल, भिवानी तथा दादरी सहित कई अन्य जिलों को उपचार सुविधा मिलेगी। डिप्टी सीएम ने कहा कि इस समय प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई नियमित रूप से हो रही है। पिछले दिनों ऑक्सीजन की कमी इसलिए आई थी, क्योंकि प्रदेश में इसका उत्पादन काफी कम था, अब उत्पादन को लेकर गंभीर प्रयास किए जा रहे है। पीएम केयर व डीआरडीओ द्वारा प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे है, निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने के निर्देश दिए गए है।
गेहूं की खरीद के विषय में उन्होंने कहा कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 6 लाख मिट्रिक टन ज्यादा गेंहू की खरीद की गई है, लेकिन सिरसा, जींद, फतेहाबाद व हिसार से यह रिपोर्ट मिली है कि अभी भी काफी किसानों के पास गेंहू है। ऐसे किसानों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि लॉकडाउन के बाद ऐसे किसानों से अतिरिक्त गेहूं खरीद का कार्य किया जाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि यह पहली बार हुआ है,जब प्रदेश में 82 प्रतिशत किसानों से गेंहू खरीद के बाद काफी कम समय में उनके खातों में पैसा दे दिया गया है। शेष किसानों की राशि की अदायगी भी जल्द ही कर दी जाएगी। लॉकडाउन में उद्योगों के संचालन पर उन्होंने कहा कि अभी तक उद्योगों के चलने में कोई दिक्कत नहीं आ रही, इसलिए श्रमिकों को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि उद्योगों की कोई मदद करने की आवश्कता हुई तो इस बारे में भी साकारात्मक रूप से विचार किया जाएगा।
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