डेरा मैनेजर रंजीत सिंह हत्याकांड : गुरमीत राम रहीम ने उम्र कैद की सजा को हाई कोर्ट में चुनौती दी

डेरा मैनेजर रंजीत सिंह हत्याकांड में गुरमीत राम रहीम व अन्य ने पंचकूला की सीबीआइ कोर्ट द्वारा दी गई उम्र कैद की सजा को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। सोमवार को हाई कोर्ट के जस्टिस एजी मसीह व जस्टिस संदीप मोदगिल पर आधारित बेंच ने अपील को एडमिट करते हुए जुर्माने की राशि पर रोक लगा दी।
18 अक्टूबर को पंचकूला सीबीआइ कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम और चार अन्य आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। कोर्ट ने राम रहीम पर 31 लाख का जुर्माना भी लगाया था जबकि बाकी आरोपियों को 50-50 हजार का जुर्माना लगाया गया था। पंचकूला की अदालत ने हत्या के मामले में राम रहीम और चार अन्य कृष्णपाल, जसबीर सिंह, अवतार सिंह और सबदिल को आठ अक्टूबर को दोषी ठहराया था। पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की 2002 में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। एक अज्ञात पत्र प्रसारित करने में संदिग्ध भूमिका के चलते उसकी हत्या की गयी थी।इस पत्र में बताया गया था कि डेरा प्रमुख डेरा मुख्यालय में किस प्रकार महिलाओं का यौन शोषण करता है।
सीबीआई के मुताबिक, डेरा प्रमुख राम रहीम का मानना था कि इस अज्ञात पत्र को प्रकाशित करने के पीछे रंजीत सिंह था और उसने उसकी हत्या की साजिश रची गुरमीत राम रहीम फिलहाल रोहतक की सुनारिया जेल में बंद हैं। उन्हें 2017 में दो अनुयायियों के साथ दुष्कर्म के जुर्म में 20 साल जेल की सजा सुनायी गयी थी। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के के मामले में भी उन्हें उम्रकैद की सजा हो चुकी है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS