अब डिवाइस बताएगी पानी पीने योग्य है या नहीं, छात्र ने जीता 50 लाख का इनाम

हरिभूमि न्यूज. बहादुरगढ़
अमूल्य जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती, लेकिन वर्तमान दौर में जल की अशुद्धता बहुत बड़ी परेशानी बन गई है। दूषित पेयजल के इस्तेमाल से बीमारियां लगातार बढ़ी हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए नया गांव स्थित दिल्ली टेक्निकल कैंपस के छात्र सत्यम प्रकाश व उनकी टीम ने ऐसी डिवाइस तैयार की है, जो तुरंत ये बता देगी कि पानी पीने योग्य है या नहीं। यह डिवाइस बनाकर टीम नेे आईबीएम कॉल फॉर कोड ग्लोबल चैलेंज जीता है। इसके लिए टीम को आईबीएम से 50 लाख रुपए का ईनाम भी मिला है।
आईबीएम कंपनी के अधिकारी डेनियल ने अपने भारत दौरे के दौरान दिल्ली टेक्निकल कैंपस के होनहार छात्र सत्यम प्रकाश व टीम के सदस्यों को अवार्ड प्रदान किया व डिवाइस बनाने की बधाई दी। अपने कॉलेज छात्र की इस उपलब्धि पर जीटीसी के चेयरमैन प्रवेश लाकड़ा व डायरेक्टर डॉ सतीश कुमार सहित तमाम स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थियों ने सत्यम प्रकाश की कामयाबी पर हर्ष जताया है। आईबीएम चैलेंज जीतने वाली इस टीम में डीटीसी के छात्र सत्यम प्रकाश के अलावा आईआईटी मद्रास के हृषिकेश एम भंडारी, गोवा के संकेत मराठे, पुणे के जय अहेरकर व मणिकांत आदि शामिल रहे। सत्यम प्रकाश ने बताया कि स्वच्छ पेयजल बहुत बड़ी जरूरत है।
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