अपनी ही जान बचाने के लिए डायल-112 के स्टाफ को बुलानी पड़ी पुलिस, जानिए पूरा मामला

अपनी ही जान बचाने के लिए डायल-112 के स्टाफ को बुलानी पड़ी पुलिस, जानिए पूरा मामला
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सेवा-सुरक्षा-सहयोग श्लोगन से जुड़ी पुलिस विभाग की डायल-112 में तैनात पुलिस स्टाफ की ही रविवार की रात मारपीट हो गई। थप्पड़-मुक्के भी इस पुलिस टीम के जवानों को मारने के आरोप हैं।

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

सेवा-सुरक्षा-सहयोग श्लोगन से जुड़ी पुलिस विभाग की डायल-112 में तैनात पुलिस स्टाफ की ही रविवार की रात मारपीट हो गई। थप्पड़-मुक्के भी इस पुलिस टीम के जवानों को मारने के आरोप हैं। अपने बचावे के लिए इस डायल-112 में कार्यरत पुलिस टीम को ही पुलिस कंट्रोल में कॉल करके सुरक्षा की गुहार लगाई। फिर गांव धानौता में पुलिस दल-बल के साथ पहुंचा और इन पीड़ित पुलिस कमियों को नागरिक अस्पताल में उपचार करवाया।

डायल-112 की गाड़ी नंबर एचआर-99-0470 के इंचार्ज ईएसआई पिताम्बर हैं। वह रविवार की रात ड्यूटी पर थे। उसकी शिफ्ट में ईएचसी चालक नरवीर, एसपीओ शुभराम भी थे। शिकायकर्ता ईएसआई पिताम्बर ने शिकायत में बताया कि रात 2:43 बजे कंट्रोल रूम पंचकूला से पीडीएफ पर कॉल आई कि गांव धानौता के विजय सरपंच ने बताया है गांव में एक व्यक्ति शराब पीकर गाली गलोच कर रहा है। जिस सूचना पर 3:10 बजे वह अपने स्टाफ व गाड़ी सहित गांव धानौता पहुंचा। जहां पर देखा कि 20-25 व्यक्ति व महिलाएं एकत्रित हो रहे हैं। एक व्यक्ति के साथ मारपीट कर रहे हैं। हमने वहां मौके पर पहुंचकर उस व्यक्ति को छुड़वाया और फिर विजय सरपंच के बारे में पूछा। वहां विजय सरपंच आया और हमारे सामने ही गाली गलौच करने लगा। फिर मारपीट करने लगा। फिर से हमने उस व्यक्ति को छुड़वाया।

हमने कहा कि क्यूं मारपीट कर रहे हो। हम आपकी कॉल पर आए हैं। इसके बाद विजय सरपंच हमारे साथ ही गाली गलौच करने लगा। फिर विजय सरपंच, पांडे, चंद्रा, भोपाली, मुकेश व अन्य व्यक्ति पुलिस टीम के साथ धक्का-मुक्की व मारपीट करनी शुरू कर दी। उन्हें सम­झाने की कोशिश की लेकिन यह लोग नहीं माने। पुलिस टीम के साथ थप्पड़-मुक्कों का वार कर मारपीट करने लगे। हमने वहां से गाड़ी को आगे ले जाकर अपनी जान बचाई। गाड़ी में जब पुलिस टीम बैठी थी तो पीछे से आवाज आ रही थी कि इन पुलिस वालों को भागने मत दो। इनको जान से मार दो। इस झगड़ें में तीन पुलिस कर्मियों को अंदरूनी चोटें आई है। फिर गांव से निकलकर उन्होंने पुलिस कंट्रोल को सूचना दी। उनकी मदद के लिए थाना की पुलिस गांव धानौता में आई। वहां से बचाव करके लेकर आई। सरकारी अस्पताल में चिकित्सा जांच करवाई।

सरपंच सहित पांच नामजद व एक अन्य पर केस दर्ज

सदर थाना में डायल-112 के इंचार्ज ईएसआई पिताम्बर की शिकायत में आईपीसी की धारा 147,149,186,332,353,506 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसमें गांव धानौता के विजय सरपंच, पांडे, चंद्रा, भोपाली, मुकेश व अन्य व्यक्ति नाम ना मालूम को आरोपित बनाया गया है।

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