जींद : Pitru Amavasya पर तीर्थ पर नहीं जाने दिया तो बगल में बने तालाब में पिंडदान किया

जींद : Pitru Amavasya पर तीर्थ पर नहीं जाने दिया तो बगल में बने तालाब में पिंडदान किया
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जिला प्रशासन द्वारा पांडू पिंडारा सवृ पितृ अमावस्या के मध्यनजर धारा 144 तथा तीर्थ पर स्नान करने पर रोक लगाई हुई थी। बावजूद इसके कुछ श्रद्धालु अपनी गाडि़यां लेकर गांव पांडू पिंडारा पहुंचे। वहां तैनात पुलिस बल ने तीर्थ पर जाने से रोक दिया तो उन्होंने तीर्थ से कुछ दूरी पर बने तालाब में स्नान किया और पिंडदान भी किया

हरिभूमि न्यूज : जींद

सर्व पितृ अमावस्या (Sarva Pitru Amavasya) के अवसर पर बृहस्पतिवार को पांडू पिंडारा तीर्थ पर कोरोना संक्रमण के चलते एक बार फिर से श्रद्धालु पिंडदान नहीं कर सके। हालांकि श्रद्धालुओं ने तीर्थ से कुछ दूरी पर बने तालाब पर पिंडदान कर पितृ तर्पण किया। तीर्थ पर पुलिस बल तैनात रहा और कोई भी श्रद्धालु तीर्थ तक न पहुंच सके इसके लिए चारों तरफ नाकाबंदी की गई थी। जिसके चलते श्रद्धालु को तीर्थ स्थल तक नहीं पहुंच सके।

कोरोना काल में यह सातवां मौका है जब श्रद्धालुओं को तीर्थ स्थल पर स्नान करने तथा पिंडदान कर पितृ तर्पण करने पर रोक लगी है। हालांकि श्रद्धालुओं ने तीर्थ से कुछ दूरी पर बने तालाब पिंडदान कर पितृ तर्पण किया और स्नान भी किया। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा पांडू पिंडारा सवृ पितृ अमावस्या के मध्यनजर धारा 144 तथा तीर्थ पर स्नान करने पर रोक लगाई हुई थी। बावजूद इसके कुछ श्रद्धालु अपनी गाडि़यां लेकर गांव पांडू पिंडारा पहुंचे। वहां तैनात पुलिस बल ने तीर्थ पर जाने से रोक दिया तो उन्होंने तीर्थ से कुछ दूरी पर बने तालाब में स्नान किया और पिंडदान भी किया।

गौरतलब है कि महाभारतकालीन पांडू पिंडारा तीर्थ पर हर अमावस्या को मेले का आयोजन किया जाता रहा है। दूर-दूर से श्रद्धालु अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करने तीर्थ पर पहुंचते हैं और पवित्र तीर्थ में स्नान करते हैं। तीर्थ का इतिहास पांडवों से जुड़ा हुआ है। कोरोना संक्रमण के चलते पांडू पिंडारा तीर्थ पर मेले के आयोजन तथा पिंडदान करने और स्नान करने पर रोक लगाई हुई है। वीरवार को सर्व पितृअमावस्या के चलते तीर्थ स्थल पर पुलिस बल को तैनात किया गया था। बुधवार रात से ही पुलिस की तैनाती कर दी गई थी। गांव में भी मुनादी करवाई गई थी कि किसी बाहरी व्यक्ति को अपने घर में न ठहराये साथ ही धर्मशालाओं में बाहरी लोगों के ठहरने पर रोक लगाई हुई है। तीर्थ के चारों तरफ नाकेबंदी की गई तो तीर्थ पर पीसीआर को भी तैनात किया गया, इसके अलावा राइडर भी आसपास के इलाके में लगातार गश्त करते रहे। जो श्रद्धालु तीर्थ की तरफ जा रहे थे उन्हें पुलिस ने कोरोना संक्रमण का हवाला देकर वापस लौटा दिया।

सिविल लाइन थाना प्रभारी हरिओम ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पांडू पिंडारा तीर्थ पर पिंडदान करने तथा स्नान करने पर रोक लगाई हुई है। बुधवार शाम को ही पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था। किसी भी व्यक्ति को तीर्थ स्थल पर पहुंचने की अनुमति नहीं दी गई।


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