प्रदेश की शुगर मिलों में स्नातक पास ही बन सकेंगे डायरेक्टर, जल्द हो सकता ऐलान

सुनील छिक्कारा : सोनीपत
प्रदेश में स्थित सहकारिता शुगर मिल को चलाने के लिए अब बीए पास डायरेक्टर (Director) होना जरूरी होने जा रहा हैं। अगर आप मिल में डायरेक्टर बनना चाहते हैं, तो यह समाचार आपके लिए बेहद जरूरी हैं। इसके लिए आपके पास स्नातक पास की डिग्री होना अनिवार्य होने जा रहा हैं। प्रदेश सरकार ने मिल के एमडी से इस संबंध में राय मांगी थी। जिसके चलते अब डायरेक्टर बनने के लिए बीए पास होना अनिवार्य कर दिया गया हैं। सभी एमडी को जल्द ही इस संबंध में सरकार की तरफ से आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
बता दें कि प्रदेश में मौजूदा समय में दस सहकारिता शुगर मिल चल रही हैं। जो प्रदेश के अलग-अलग जिलों में किसानों के हितों के लिए सुचारू रूप से काम कर रही हैं। शुगर मिल को सुचारू रूप से चलाने व किसानों के हितों में समवन्य बनाने के लिए डायरेक्टर बनाएं जाते हैं। जो अपने-अपने सर्कल से किसान चुनकर भेजते हैं। डायरेक्टर का मिल प्रबंधक के साथ मिलकर किसानों की समस्या को दूर करने का काम करते हैं। प्रदेश सरकार ने गत वर्षो पहले पढ़ी-लिखी पंचायत बनाने का फैसला लिया था। जिसके बाद प्रदेश में पहली बार चुनकर आएं पढ़े-लिखे प्रतिनिधियों के हाथों पर पंचायतों की बाग डोर पहुंची थी। उसी तर्ज पर प्रदेश के सहकारिता शुगर मिलों में चुनकर आने वाले डायरेक्टरों के लिए स्नातक पास होना अनिवार्य होने जा रहा हैं। प्रदेश सरकार की तरफ से हरी झंडी मिल चुकी हैं। जल्द नोटिफिकेशन मिल प्रबंधन के पास पहुंचने के कयास लगाएं जा रहे हैं। ऐसा पहली बार होने जा रहा हैं। जिसके बाद मिल में पंचायतों की तरह पढ़े-लिखे डायरेक्टर चुनकर पहुंचेंगे। जो गन्ना उत्पादकों की आवाज व समस्यों को मिल अधिकारियों के साथ मिलकर निपटवाने में आसान रह बनेंगे।
मिल अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार की तरफ से गन्ना उत्पादकों व मिल को सुचारू रूप से चलाने के लिए अहम भूमिका निभाने वाले डायरेक्टर का पढ़ा-लिखा होने के लिए राय प्रदेश की मिलों में तैनात एमडी से मिटिंग में मांगी गई थी। जिसमें डायरेक्टर का स्नातक पास होने का पक्ष मिल प्रबंधकों की तरफ से रखा गया था। प्रदेश सरकार की तरफ से हरी-झंडी मिल चुकी हैं। जिसकी नोटिफिकेशन जल्द जारी होने की उम्मीद जताई जा रही हैं। उसके बाद मिल को पढ़े-लिखे डायरेक्टर मिल सकेगें।
12 डायरेक्टर, कोर्ट में जाने से लटका है मामला : मौजूदा समय में सोनीपत जिले में 12 डायरेक्टर शुगर मिल में चुनकर आए हुए थे। जिन्हें शुगर मिल से जुड़े हुए किसान चुनकर भेजने का काम करते हैं। जिनका कार्यकाल पांच वर्ष के लिए होता हैं। उक्त डायरेक्टर पद में महिला कोटा होने के साथ-साथ मिल की तरफ सेे एक डायरेक्टर के तैनात होना अनिवार्य होता हैं। वहीं एक अनुसूचित जाति का पद निर्धारित हैं। डायरेक्टर मिल अधिकारियों के साथ मिलकर मिल के हितों को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका अदा करते हैं। जिले में अलग-अलग सर्कल से चुनकर आने वाले डायरेक्टर गन्ना उत्पादकों की समस्याओं को दूर करवाने का काम करते हैं। मौजूद समय में कोर्ट में मामला जाने के कारण डायरेक्टर के चुनाव पर रोक लगी हुई हैं। कोर्ट के फैसले के बाद ही चुनाव होना संभव हो सकेगें।
संबंधित विभाग के मंत्री के साथ मिल प्रबंधकों की बैठक हुई थी। जिसमें डायरेक्टर की एजूकेशन को लेकर एजेंडा उठाया गया था। जिसमें डायरेक्टर के स्नातक पास पर सहमति बनी थी। सरकार की तरफ से हरी-झंडी मिल चुकी हैं। नोटिफिकेशन लागू होने के बाद उक्त कार्यवाही को हर मिल में अमल में लाया जाएगा। गन्ना उत्पादकों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अहम कदम उठाया गया हैं। जो काबिले तारीफ हैं। -सुरेंद्र दून, एमडी शुगर मिल सोनीपत।
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