प्रापर्टी आईडी में गड्बड़ी : कैटेगरी चेंज करवाने के लिए नगर निगम के चक्कर काट रहे लोग, Property Tax कई गुना आया

हरिभूमि न्यूज : रोहतक
कैटेगरी चेंज करवाने को लेकर लोग नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं। अधिकारी एक टेबल से दूसरी टेबल पर उन्हें चक्कर कटवा रहे हैं। ऑनलाइन चेक करने पर लेवल वन पर उनकी फाइल को पेंडिंग दिखाया गया है। प्रापर्टी आईडी में रेजिडेंशियल को कमर्शियल दिखा दिया गया है, जिससे प्रापर्टी टैक्स कई गुणा बढ़कर आया है।
यहां ये भी बता दें कि नियम के तहत ऑनलाइन अप्लाई करने के दस दिन के अंदर-अंदर कैटेगरी बदलने का प्रावधान है। इसके लिए बकायदा नगर निगम ने 28 अप्रैल को एक कमेटी का गठन किया था। जिसमें ज्वाइंट कमिश्नर, डीएमसी, जेडटीओ, क्लर्क, संबंधित वार्ड का जेई, टैक्स इंस्पेक्टर, बिल्डिंग इंस्पेक्टर आदि को शामिल किया गया है। ये कमेटी प्रापर्टी आईडी में कैटेगरी चेंज करने को लेकर मौके का निरीक्षण करेगी और नियमों पर खरा उतरने के बाद आवेदनकर्ता की ऑनलाइन आईडी में बदलाव किया जाएगा। लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी नेहरु कॉलोनी के सदीप और गांधी कैंप के हेमंत मक्कड़ की प्रापर्टी आईडी में कैटेगरी चेंज नहीं हुई।
दो साल से है रेजिडेंशियल एरिया में है खाली प्लाट, उसे दिखाया कमर्शियल
2016 में गांधी कैंप में 55 गज का मकान लिया था, जिसमें पांच गज की दुकान थी। लेने के बाद उसे समतल कर खाली प्लाट बना दिया। अब पत्नी के नाम उसे करवाना है, लेकिन याशी कंपनी ने जब सर्वे किया तो प्रापर्टी को कमर्शियल दिखा दिया। हेमंत मक्कड़ ने कहा कि गत 12 को कैटेगरी चेंज करवाने को लेकर आवेदन किया था, 31 मई को माैके का सर्वे भी नगर निगम का कर्मचारी करके जा चुके हैं। लेकिन फाइल अभी भी पहले लेवल पर पेंडिंग है। रोजाना नगर निगम में आकर अधिकारियों से कैटेगरी चेंज करने की गुहार लगा रहा हूं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा। नगर निगम ने कमर्शियल का डेवलपमेंट चार्ज 51 हजार 287 रूपये भेजा है, लेकिन प्रापर्टी ताे रेजिडेंशियल है। सर्वे करने वाली कंपनी की गलती की वजह से रोजाना नगर निगम के चक्कर काट रहा हूं, मगर नगर निगम में भी अब समाधान नहीं हो रहा।
वार्ड 1, 7, 8, 9, 10, 11 व 22 में लगेगा कैंप
प्रोपर्टी टैक्स सर्वे से संबधित किसी भी प्रकार की त्रुटि ठीक करवाने के लिए याशी कंपनी द्वारा वार्ड नंबर 1, 7, 8, 9, 10, 11 व 22 में 10 जून तक कैंप लगाया जा रहा है। नगर निगम ने सभी से अपील की है कि त्रुटि ठीक करवाने के लिए अपनी प्रोपर्टी से संबंधित दस्तावेज रजिस्ट्री, आईडी प्रूफ व संपत्तिकर से संबंधित रसीद साथ लेकर आयें व अपनी सर्वे से संबंधित त्रुटियों को दूर करवाएं। इसके अलवा मॉडल टाउन कम्यूनिटी सेंटर, नगर निगम कार्यालय काउंटर नंबर 2 व श्रीराम ट्रस्ट धर्मशाला पुराना बस स्टैंड पर भी कैंप लगाया जा रहा है।
रेजिडेंशियल प्रापर्टी को दिखाया मिक्स यूज्ड
नेहरु कॉलोनी के रहने वाले सचिन मिगलानी ने गत 18 मई को कैटेगरी चेंज करने के लिए आवेदन किया था। उन्होंने बताया कि नगर निगम ने सर्वे के आधार पर उनकी प्रापर्टी को मिक्स यूज्ड दिखाया है। जिसके तहत प्रापर्टी टैक्स करीब 1 लाख 17 हजार रुपये आया हुआ है। जबकि उनकी प्रापर्टी रेजिडेंशियल है और इसके तहत टैक्स लगभग 20 हजार ही होना चाहिए। आवेदन करने से लेकर आज तक नगर निगम के चक्कर ही काट रहे हैं लेकिन कैटेगरी नहीं बदली गई है। ऑनलाइन देखने पर लेवल वन पेंडिंग दिखाया जा रहा है। उनके मकान की रजिस्ट्री अगले सप्ताह है, अब उन्हेें ये समझ नहीं आ रहा कि क्या करें। नगर निगम में कर्मचारियों व अधिकारियों के पास जाने पर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा।
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