भूना में 21 दिन से बंद पड़ी पेयजल सप्लाई, अब होगी शुरू

भूना में 21 दिन से बंद पड़ी पेयजल सप्लाई, अब होगी शुरू
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भूना से पानी को निकालने में पब्लिक हैल्थ के कर्मचारियों के अलावा जिला प्रशासन ने 5 दिन का समय लगाया। पानी के चलते यहां सीवरेज, पेयजल, जोहड़ों में खड़ा पानी सब मिक्स हो गया, जिस कारण पानी की सप्लाई बंद करनी पड़ी।

सुरेन्द्र असीजा/फतेहाबाद

फतेहाबाद के भूना में पिछले 21 दिन से बंद पड़ी पेयजल की आपूर्ति मंगलवार से शुरू हो जाएगी। बरसात के कारण भूना में भारी जलभराव के चलते जनस्वास्थ्य विभाग को पेयजल आपूर्ति बंद करनी पड़ी थी, कारण था बैक्टीरियल व केमिकलयुक्त पानी का आना। विभाग इसका ट्रीटमेंट कर सप्लाई बहान करने में जुटा है। सब कुछ ठीक रहा तो भूना में मंगलवार से पेयजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।

पिछले 24 सितम्बर को भूना में भारी बरसात के कारण पूरे शहर में जलभराव हो गया था। अनेक जगह 6 से 8 फुट तक पानी का भराव था जिस कारण पूरा शहर डूब गया था। भूना से पानी को निकालने में पब्लिक हैल्थ के कर्मचारियों के अलावा जिला प्रशासन ने 5 दिन का समय लगाया। पानी के चलते यहां सीवरेज, पेयजल, जोहड़ों में खड़ा पानी सब मिक्स हो गया, जिस कारण पानी की सप्लाई बंद करनी पड़ी। यहां से पानी को सीवरेज लाइन के माध्यम से निकाला गया। एक अक्टूबर को पब्लिक हैल्थ ने यहां से पानी के सैम्पल लेने शुरू किए ताकि पता लगाया जा सके कि यहां का पानी पीने लायक है या नहीं। पानी के सैम्पल रिपोर्ट में पता चला कि यह पानी अभी पीने लायक नहीं है। इस पर जनस्वास्थ्य विभाग ने इस शर्त पर पानी छोड़ा कि इसे अभी पीने के लिए प्रयोग न किया जाए। इसके बाद पुन: पानी के सैम्पल लिए गए। 3 अक्टूबर को लिए सैम्पल में विभाग की लैब ने पाया कि पानी अभी पीने लायक नहीं है।

अभी पानी का पीएच लेवल है ज्यादा

पब्लिक हैल्थ की लैब में टेस्टिंग में पता चला कि पानी का टैम्परेचर 9.20 है जबकि साफ पानी का पीएच लेवल 6.5 से 8.0 के बीच होना चाहिए। विभाग ने इसके बाद पुन: सैम्पल लिए। लैब के अनुसार धीरे-धीरे पानी का पीएच लेवल ठीक होने के बाद ही पानी की आपूर्ति हो पाएगी।

टैंकों की सफाई के बाद शुरू होगा ट्रीटमेंट का काम

पानी को पेयजल के तौर पर प्रयोग करने के लिए बड़े-बड़े टैंकों की सफाई की जा रही है। जलभराव होने के कारण इन टैंकों में भारी गाद जमा हो गई थी। अब ट्रैक्टरों के माध्यम से इस गाद को टैंकों से बाहर निकालने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। इन टैंकों की सफाई के बाद इसमें पानी छोड़ा जाएगा। इसके बाद पानी को वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में ट्रीटमेंट करके क्लोरिनेशन किया जाएगा। यहां से फिल्टर पानी को भूना की कालोनियों में सप्लाई किया जाएगा। यह काम विभाग के एसडीओ मोहित की देखरेख में किया जा रहा है।

बैक्टीरिया मिक्स पाया गया है पानी

दरअसल, सैम्पल लिए गए तो विभाग को शक था कि यहां कैमिकलयुक्त पानी होगी लेकिन जांच में पाया गया कि यहां कैमिकलयुक्त पानी न होकर बैक्टीरियल पानी है, जिसे ट्रीटमेंट के माध्यम से सही किया जा सकता है। यही कारण है कि विभाग को उम्मीद है कि मंगलवार तक शहर में पानी की आपूर्ति बहाल हो सकेगी।

90 लाख लीटर प्रतिदिन सप्लाई होता है पानी

भूना के कुलां रोड पर 9 एलएमडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगा हुआ है। इसमें भूना की 50 हजार आबादी को 90 लाख लीटर पानी प्रतिदिन पेयजल के रूप में सप्लाई होता है। अब 24 सितम्बर से इस पेयजल की सप्लाई बंद है, जिससे भूना के लोग दायें-बायें ट्यूब्वैलों से पानी पीने को मजबूर है। हालांकि भूनावासियों को पीने के अलावा अन्य घरेलू प्रयोग के लिए पानी सप्लाई किया जा रहा है।

लैब की जांच में भूना के पानी में बैक्टीरिया मिक्स पाया गया है, जिस कारण इसे अभी पीने के लिए प्रयोग नहीं किया जा सकता। इसे ट्रीटमेंट किया जा रहा है। उम्मीद है मंगलवार तक भूना में स्वच्छ पेयजल की सप्लाई शुरू हो जाएगी। -तरूण गर्ग, एक्सईन पब्लिक हैल्थ, फतेहाबाद


फतेहाबाद। जनस्वास्थ्य विभाग की लैब।

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