ग्राम पंचायत व सामाजिक संगठनों के सहयोग से होगी ड्राप आउट बच्चों की पहचान

ग्राम पंचायत व सामाजिक संगठनों के सहयोग से होगी ड्राप आउट बच्चों की पहचान
X
सर्वे में सात से 14 साल के आयु वर्ग व 15 से 19 साल के आयु वर्ग के बच्चों को विशेष प्रशिक्षण के लिए सूचिबद्ध करने को कहा।

हरिभूमि न्यूज, नारनौल। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद पंचकूला के दिशा निर्देशानुसार शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले बच्चों की सर्वे के लिए अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह की अध्यक्षता में अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एडीसी ने कहा कि प्रवासी व श्रमिक परिवारों के बच्चों की पहचान जरूरी है, जोकि अभी मुख्य शिक्षा से कदम नहीं मिला पा रहे। विधालय मुखिया इस कार्य के लिए ग्राम पंचायत, सामाजिक संस्था व शैक्षिक स्वयं सेवकों के साथ मिलकर ड्रॉप आउट बच्चों की पहचान करें।

इस अवसर पर सर्वे के लिए एपीसी हरमेन्द्र यादव ने विद्यालय मुखिया से छह से सात साल आयु वर्ग के बच्चों का डाटा एमआईएस पोर्टल पर अपडेट करने व सीधा विद्यालय में प्रवेश दिलाने के लिए कहा। साथ ही सात से 14 साल के आयु वर्ग व 15 से 19 साल के आयु वर्ग के बच्चों को विशेष प्रशिक्षण के लिए सूचिबद्ध करने को कहा। इस अवसर पर में जिले के सभी खंडों के शिक्षा अधिकारी विश्वेशवर, दिलबाग, अलका व कंवर सिंह के अलावा अशोक शर्मा, पवन भारद्वाज, सुनीता यादव व सुरत सिंह नांगल चौधरी, मुरारीलाल गुप्ता, संदीप कुमार, एनजीओ उपस्थित थे।

जिले में कलस्टर लेवल अनुसार होगा सर्वे कार्य: चौहान

जिला परियोजना संयोजक संतोष कुमार चौहान ने कहा कि स्कूल लेवल 20 से 28 नवम्बर अध्यापक व एजुकेशन वालंटियर घर-घर जाकर सर्वे करेंगें। वीईआरए डब्ल्यूईआर में दर्ज करेंगे। कलस्टर लेवल 29 से 30 नवम्बर स्कूलों से भेजी गई रिपोर्ट कम्पाईल करना। ब्लॉक लेवल एक से दो दिसम्बर क्लस्टरों से भेजी गई रिपोर्ट कम्पाईल करना। जिले लेवल चार से पांच दिसम्बर क्लस्टरों से भेजी गई, रिपोर्ट कम्पाईल करना व मुख्यालय भेजना।

ये भी पढ़ें- Mahendragarh News : बाजारों में अतिक्रमण, 25 फीट तक सिकुड़ी सड़क, नपा प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान

Tags

Next Story