पहाड़ी क्षेत्र में लगातार बारिश से घग्घर नदी में बढ़ रहा लगातार जलस्तर, किसान चिंतित

पहाड़ी क्षेत्र में लगातार बारिश से घग्घर नदी में बढ़ रहा लगातार जलस्तर, किसान चिंतित
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फतेहाबाद जिले के जाखल के पास से बहती घग्घर नदी के तटवर्ती क्षेत्र के किसानों का कहना है कि पूर्व में आई बाढ़ से किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि जलमग्न हो गई थी। इस समय भी पहाड़ी क्षेत्र में खूब बारिश होने से यहां के क्षेत्र के लोगो की धड़कने तेज हो गई है। यहां घग्गर नदी के आसपास के करीब डेढ़ दर्जन गांवों के बाशिंदों को बाढ़ का खतरा सता रहा है।

हरिभूमि न्यूज : फतेहाबाद

पहाड़ी क्षेत्र में हो रही वर्षा से घग्घर नदी (Ghaggar River) का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है। रविवार शाम को चांदपुरा साईफन में जलस्तर 8810 क्यूसिक दर्ज किया गया घग्घर के उफान पर चलने के कारण इसके तटवर्ती क्षेत्र के किसानों की धड़कनें तेज हो गई है।

जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर किसानों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों की भी परेशानियां बढ़ गई है। प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ प्रबंधों को लेकर सजगतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। सम्बंधित अधिकारियों के मुताबिक पहाड़ी क्षेत्र में हुई बारिश के चलते घग्घर में पानी बढ़ा है। बारिश स्थिर होने पर जलस्तर में गिरावट आएगी। इसके बाद भी यदि आगामी दिनों में पानी बढ़ने का क्रम इसी प्रकार से जारी रहा तो क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। घग्घर नदी में जलस्तर बढ़ने से यहां किसान अपने स्तर पर मिट्टी डालकर राहत बचाव कार्य में जुटे हुए हैं वहीं बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न ना हो, इसे लेकर प्रशासन के अधिकारियों द्वारा नदी के जलस्तर पर निगाह रखी जा रही है। अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण कर स्थिति का जायजा ले रहे है ताकि बाढ़ जैसी स्थिति से निपटा जा सकें। नदी के जल प्रवाह में कोई बाधा उत्पन्न ना होए इसे लेकर अधिकारियों द्वारा बीते दिन से ही जेसीबी मशीन से चांदपुरा साईफन व नदी के सहायक रंगोई नाले की सफाई भी करवाई जा रही है। फतेहाबाद जिले के जाखल के पास से बहती घग्घर नदी के तटवर्ती क्षेत्र के किसानों का कहना है कि पूर्व में आई बाढ़ से किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि जलमग्न हो गई थी। इस समय भी पहाड़ी क्षेत्र में खूब बारिश होने से यहां के क्षेत्र के लोगो की धड़कने तेज हो गई है। यहां घग्गर नदी के आसपास के करीब डेढ़ दर्जन गांवों के बाशिंदों को बाढ़ का खतरा सता रहा है।

घग्घर के तटबंध फिलहाल ठीक अवस्था में है, जबकि भविष्य के हालात राम भरोसे हैं। अभी स्थिति इसलिए भी नियंत्रण में है, क्योंकि चांदपुरा साइफन पर फिलहाल पानी क्षमता से आधा कम बह रहा है। चांदपुरा साइफन की क्षमता 21 हजार क्यूसिक पानी की है जबकि अभी पानी 10 हजार से नीचे बह रहा है। जाखल में नदी के तट पर बसे गांवो के ग्रामीणों का आरोप है कि बेशक प्रशासन बाढ़ प्रबंधों को लेकर पूरी तरह से सजग है, परंतु शासन स्तर से उपेक्षा के कारण ही यहां के लोग बाढ़ की स्थिति से अधिक भयभीत है। जाखल के गांव कासिमपुर के पास से घग्घर का पुल इन दिनों पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है। इसे नया बनाने को लेकर प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है। जर्जर व पुराना पुल आसपास के लोगों के लिए तबाही का कारण बन सकता है।

अभी खतरे के निशान से नीचे

पहाड़ी क्षेत्रों व अन्य जगहों पर बरसात होने से घग्घर नदी का जलस्तर बढ़ा है। हालांकि पानी अभी खतरे के निशान से काफी कम है। फिर भी प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की हुई है। समय-समय पर तटबंध क्षेत्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। नदी के जल प्रवाह में कोई बाधा उत्पन्न न हो, इसको लेकर घग्घर व रंगोई नाले की सफाई करवा दी गई है। -संजीव सिंगला, एसडीओ, सिंचाई विभाग टोहाना।

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