Dushyant Chautala बोले : रीजनल एयर कनेक्टिविटी के लिए प्रदेश में बनाएं जाएंगे 9 नए हेलीपोर्ट, 3 पुलिस लाइन व 6 प्राइवेट सेक्टर

- नारनौल, पिंजौर, अंबाला, सिरसा, करनाल व भिवानी हवाई पट्टियों को भी आरसीएस में शामिल करने का प्रपोजल
- एयर नेटवर्क बढ़ाने के लिए 9 हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे, रनवे विस्तार को लेकर हुआ गहन मंथन
Narnaul : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने कहा कि हवाई नेटवर्क के माध्यम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार ने हिसार को आरसीएस स्कीम यानी रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत सूची में डाल दिया है। इसके साथ ही नए प्रपोजल में नारनौल, पिंजौर, अंबाला, सिरसा, करनाल व भिवानी सहित छह हवाई पट्टियों को उसमें शामिल करने के लिए कहा गया है। उप मुख्यमंत्री इस नए प्रपोजल के संबंध में मिर्जापुर बाछौद हवाई पट्टी के कार्यालय में एवियशन सेक्टर से संबंधित अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे।
उपमुख्यमंत्री ने मिर्जापुर बाछौद हवाई पट्टी पर बिजली पानी से संबंधित तमाम सुविधाओं को बढ़ाने के लिए अब तक की गई कार्रवाई के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली और निर्देश दिए कि नाइट फ्लाइट के लिए जल्द से जल्द लाइटों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने रनवे विस्तार के लिए अतिरिक्त जमीन के संबंध में भी अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले जो सपना हरियाणा में हवाई सेवाओं को बढ़ाने का देखा था वह सपना साकार होता दिख रहा है। प्रदेश में अब रोड नेटवर्क बहुत अच्छा हो चुका है। एक सिरे से दूसरे सिरे तक थोड़ी ही देर में पहुंच सकते हैं। अब एयर नेटवर्क को भी बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की योजना है कि रीजनल एयर कनेक्टिविटी के लिए राज्य में नौ नए हेलीपोर्ट बनाए जाएं। इसके लिए राज्य की तीन पुलिस लाइन और छह प्राइवेट सेक्टर के संस्थान खोजे हैं जहां पर हेलीपोर्ट बन सकते हैं। साल के अंत तक प्रदेश के छोटे शहरों के लोगों को भी हवाई यातायात के लिए हेलीकॉप्टर सुविधा मुहैया करवाने की योजना है। इसके शुरू होने के बाद सात-आठ लोग मिलकर बुकिंग करा सकेंगे। उन्होंने बाछौद हवाई पट्टी के विस्तार की जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए पंचायत की जमीन को मार्क कर लिया गया है। रनवे विस्तार के लिए अतिरिक्त जमीन के लिए किसानों से बातचीत की जाएगी।
सभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी इस प्रयास में लगे हुए हैं कि यहां पर अधिक से अधिक हवाई सुविधाएं बढ़ाई जाएं। उन्होंने यहां पर बने फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर के प्रशिक्षु पायलट के साथ बातचीत की। साथ ही उनके लिए आवास सहित अन्य व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए उनसे सुझाव मांगे।
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