हिसार में नलवा लैब पर ईडी का छापा : कुंभ मेले में जाने वालों की फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने का आरोप, तीन गाड़ियों में पहुंचे 18 अधिकारी

हिसार में नलवा लैब पर ईडी का छापा : कुंभ मेले में जाने वालों की फर्जी  कोरोना रिपोर्ट बनाने का आरोप, तीन गाड़ियों में पहुंचे 18 अधिकारी
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यह लैब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. जेपीएस नलवा की है। ईडी के अधिकारियों ने लैब का रिकॉर्ड खंगालने के साथ डॉ. जेपीएस नलवा और उनके बेटे नवतेज सिंह से भी पूछताछ की है।

हिसार। रेड स्क्वेयर मार्केट स्थित नलवा लैब पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने शुक्रवार सुबह 7 बजे छापा मारा। हरिद्वार में कुंभ मेले में जाने वाले लोगों की कोरोना रिपोर्ट में कथित अनियमितता को लेकर यह छापेमारी की गई। देर शाम तक छापेमारी जारी थी। यह लैब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. जेपीएस नलवा की है। दिल्ली और चंडीगढ़ से पहुंची टीम में कुल 18 अधिकारी शामिल रहे जो तीन गाड़ियों से हिसार पहुंचे। ईडी के अधिकारी लैब का रिकॉर्ड खंगालने के साथ डॉ. जेपीएस नलवा और उनके बेटे नवतेज सिंह से भी पूछताछ कर रहे हैं। बताया जाता है कि कुंभ मेले में एक लाख से भी ज्यादा लोगों की कोरोना रिपोर्ट के फर्जी होने का मामला सामने आया था।

एक निजी कम्पनी ने कोरोना टैस्ट की रिपोर्ट का सरकारी ठेका लिया था। बाद में उसी कम्पनी ने हिसार की नलवा लैब में कंुभ मेला जाने वाले लोगों के सैम्पल भेजे थे। शिकायत के बाद निजी कम्पनी के साथ नलवा लैब भी संदेह के दायरे में आ गई थी। चर्चा है कि दिल्ली की चंदानी लैब और हिसार की नलवा लैब में करीब सवा लाख लोगों के सैम्पल जांचे गए जिनमें असंख्य लोगों की कोविड की झूठी रिपोर्ट तैयार की गई। इस संबंध में कुछ समय पहले हरिद्वार में स्थानीय पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।

मैक्स काॅरपोरेट कम्पनी को मिला था ठेका

ीनरकुंभ मेले में आने वाले लोगों की कोविड टैस्ट रिपोर्ट के लिए कुल 9 एजेंसियों को ठेका मिला था। उनमें से एक मैक्स कारपोरेट कम्पनी भी शामिल थे। कोविड टैस्ट की धांधली इसी कम्पनी की बताई जा रही है। इसी कम्पनी ने सरकार के तय किए गए रैपिट टैस्ट के 354 रुपये और आरटीपीसीआर के 500 रुपये की दर से मेले में आने वाले लोगों के टैस्ट किए थे। कम्पनी ने करीब सवा लाख लोगों की कोरोना रिपोर्ट की जांच दिल्ली की चंदानी लैब और हिसार की नलवा लैब में कराई थी। दोनों लैबों में कोरोना जांच के फर्जी होने को लेकर ही ईडी के अधिकारी पहुंचे थे। टीम में दिल्ली और चंडीगढ़ के 18 अधिकारी के अलावा स्थानीय अधिकारी भी शामिल हैं। लैब के समीप रहने वाले लोगों का कहना है कि ईडी की टीम बेशक सुबह 7 बजे तीन गाड़ियों में पहुंची मगर उससे पहले 5 बजे ही पुलिस ने लैब के बाहर डेरा जमा लिया था। लैब में रिकार्ड डॉ. जेपीएस नलवा की मौजूदगी में खंगाला गया जबकि डॉ. नलवा के बेटे डॉ. नवतेज कहीं बाहर थे। दोपहर करीब सवा दो बजे पुलिस डॉ. नवतेज को अपनी गाड़ी से लैब लेकर आई।

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