बुजुर्ग को बंदर ने काटा, अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं मिला, जानें फिर क्या हुआ

बुजुर्ग को बंदर ने काटा, अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं मिला, जानें फिर क्या हुआ
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घायल ने बाहर से खरीदकर इंजेक्शन लगवाया। अस्पताल में रेबीज इंजेक्शन न होने पर बुजुर्ग व परिजनों ने नाराजगी जताई है।

बहादुरगढ़। झज्जर रोड स्थित छोटूराम पार्क में एक बुजुर्ग को बंदर ने काट लिया। घायल अवस्था में बुजुर्ग नागरिक अस्पताल में पहुंचे तो वहां रेबीज का इंजेक्शन उपलब्ध नहीं था। घायल ने बाहर से खरीदकर इंजेक्शन लगवाया। अस्पताल में रेबीज इंजेक्शन न होने पर बुजुर्ग व परिजनों ने नाराजगी जताई है।

घायल की पहचान बलजीत सिंह के रूप में हुई है। बलजीत का यहां माइनर के निकट वाटर प्लांट है। शनिवार को वह प्लांट के बाहर बैठे थे। इसी दौरान वहां कुछ बंदर आए। एक बंदर ने बुजुर्ग पर हमला कर दिया। उनके पांव को काट लिया। जैसे-तैसे बलजीत सिंह ने खुद का बचाव किया। उनके पांव से खून बह रहा था। आनन-फानन में सरकारी अस्पताल में ले जाया गया लेकिन यहां रेबीज का इंजेक्शन ही उपलब्ध नहीं था।

बुजुर्ग बलजीत सिंह का कहना है कि अस्पताल में आए तो स्टाफ सदस्यों ने कहा कि यहां पर इंजेक्शन नहीं है। आपको बाहर से इंजेक्शन लाना पड़ेगा, तब लगेगा। इसके बाद उन्होंने बाहर से साढ़े 300 रुपये का इंजेक्शन खरीदा और फिर लगवाया। बकौल बलजीत सिंह, शहर में बंदरों-कुत्तों की भरमार है। आए दिन कोई न कोई इन जीवों के हमले में घायल हो जाता है। यहां सरकारी अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन भी नहीं होते। इतने बड़े अस्पताल में जरूरती दवाइयां और इंजेक्शन न होना, हैरतभरी बात है। स्वास्थ्य विभाग को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। अस्पताल में पर्याप्त दवाइयां और जरूरी इंजेक्शन उपलब्ध होने चाहिए।

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