मनरेगा में मृतकों का जॉब कार्ड बनाकर किया गबन, दो पूर्व सरपंच और दो ग्राम सचिव पर मामला दर्ज

मनरेगा में मृतकों का जॉब कार्ड बनाकर किया गबन, दो पूर्व सरपंच और दो ग्राम सचिव पर मामला दर्ज
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सदर थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर उपमंडल के गांव कंवारी की पूर्व सरपंच राजपति, पूर्व सरपंच भूपसिंह, ग्राम सचिव अशोक कुमार व प्रेम प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है।

हरिभूमि न्यूज : हांसी ( हिसार )

सदर थाना पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर उपमंडल के गांव कंवारी की पूर्व सरपंच राजपति, पूर्व सरपंच भूपसिंह, ग्राम सचिव अशोक कुमार व प्रेम प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है। मामला गांव कंवारी के ही सत्यनारायण की शिकायत पर दर्ज किया गया है। सत्यनारायण ने कोर्ट में दायर याचिका में पूर्व सरपंच राजपति, निवर्तमान सरपंच भूप सिंह, ग्राम सचिव ग्राम पंचायत कंवारी अशोक कुमार, ग्राम सचिव प्रेम प्रकाश पर अपने कार्यकाल मे मनरेगा स्कीम के तहत सरकार की रकम हड़पने का आरोप लगाया है। कोर्ट में दायर याचिका में सत्यनारायण ने 14 व्यक्तियों के मनरेगा जॉब कार्ड बना कर सरकार के लाखों रुपये का गबन किया है।

सत्यनारायण ने बताया कि मनरेगा स्कीम के तहत मृत व सरकारी कर्मचारियों के नाम से जॉब कार्ड बना कर गबन किया गया है। पुलिस ने सत्यनारायण के कोर्ट में दायर याचिका व कोर्ट के आदेश पर ममला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। सत्यनारायण ने कोर्ट में दायर याचिका में कहा है कि जॉब कार्ड नंबर एचआर 15-016-032-001/32608, जोगेराम पुत्र मनसाराम के नाम से बना हुआ है। जबकि जोगेराम की एक फरवरी 2013 को हो मृत्यु चुकी थी। इसी प्रकार जोब कार्ड एचआर 15-016-032-001/19180, मंगल पुत्र निहाल सिंह के नाम से बना हुआ है। इस जॉब कार्ड में दिलबाग नाम की तीन बार इन्द्राज किया गया और तीन बार ही दिलबाग को मनरेगा स्कीम के तहत काम किया हुआ व पेमेन्ट दी हुई दिखाई गई है।

वहीं जॉब कार्ड नंबर एचआर 15-016-032-001/19335, जोगिन्द्र पुत्र जगदीश के नाम से बना हुआ है। जबकि जोगिन्द्र पंचायत में बतौर सफाई कर्मचारी काम करता है। इसके जॉब कार्ड में जोगिन्द्र के द्वारा मनरेगा में किया गया काम दिखाया हुआ है और पेमेन्ट भी की गई है। वहीं जोगिंद्र के कार्ड पर ना तो जोगिन्द्र के हस्ताक्षर हैं और ना ही अंगुठे के निशान है और ना ही जारीकरदा रजिस्ट्रैशन अथोरटी की मोहर व हस्ताक्षर है। इस जोब कार्ड में जोगिन्द्र के द्वारा मनरेगा स्कीम के तहत तारीख, दिन व जोगिन्द्र ने क्या काम किया गया है वह उसके जोब कार्ड में दिखाया गया है उसकी और जोगिन्द्र को पेमेन्ट भी की हुई है।

इसी प्रकार जॉब कार्ड नंबर. एचआर 15-016-032-001/4117 सुल्तान पुत्र रधुबीर के नाम से बना हुआ है। जबकि सुल्तान एक्स सर्विस मैन फौज से रिटायर्ड कर्मचारी है और पेंशनभोगी है। और सुल्तान बीसी कैटेगरी से है और उसके जॉब कार्ड में उसे एससी दिखाया गया है। उसके जॉब कार्ड में भी सुल्तान के द्वारा मनरेगा में किया हुआ कार्य दिखाया हुआ है और पेमेन्ट भी की गई है। जॉब कार्ड नंबर एच आर 15-016-032-001/18980, रामप्रसाद पुत्र श्री भूराराम के नाम से बना हुआ है। और राम प्रसाद भी एक्स सर्विस मैन है और फौज से रिटायर्ड कर्मचारी है और पैन्शन लेता है। इसके जॉब कार्ड मे रामप्रसाद के द्वारा किया हुआ काम दिखाया हुआ है। और पेमेन्ट भी की गई है। जॉब कार्ड नंबर. एच.आर.-15-016-032-001/19061, सूरजमुखी पत्नी धूप सिंह के नाम से बना हुआ है। और आरोपियों ने मनरेगा स्कीम के रिकॉर्ड में सूरजमुखी के जॉब कार्ड में सूरजमुखी का नाम दो बार दिखाया हुआ है।

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