किसान भवन में चलती थी कर्मचारियों की हुक्का और ताश पार्टी, सचिव ने जड़वा दिया ताला, होने लगा बवाल

हरिभूमि न्यूज. फतेहाबाद
मार्किट कमेटी के अधीन आने वाले किसान भवन व दमकल विभाग भवन में मार्केटिंग बोर्ड के स्थाई व अस्थाई कर्मचारियों द्वारा ताश खेलने व हुक्का पीने के साथ ही अवैध रूप से रिहायश बनाने के आरोपों के चलते मार्किट कमेटी के सचिव विकास सेतिया ने बुधवार को किसान रैस्ट हाऊस पर ताला जड़ दिया। इसके विरोध स्वरूप मार्किटिंग बोर्ड (कंस्ट्रक्शन विंग) के कर्मचारियों ने कार्यकारी अभियंता के नेतृत्व में अपना कामकाज छोड़ मार्किट कमेटी सचिव के रवैये पर रोष जताया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों ही विंगों के विभागाध्यक्षों ने अपने-अपने मुख्यालय को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत करवाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अनाज मण्डी के पीछे मार्किट कमेटी का फायर बिग्रेड भवन है, जिसके साथ ही किसान भवन बना हुआ है। इसके संचालन का जिम्मा मार्किट कमेटी ने मार्किटिंग बोर्ड को दिया हुआ है। मुख्य प्रशासक पंचकूला को भेजे पत्र में मार्किट कमेटी के सचिव विकास सेतिया ने बताया कि उन्होंने 11 अप्रैल को किसान भवन का दौरा किया तो बोर्ड के स्थाई कर्मचारी व आऊटसोर्सिंग कर्मचारी किसान भवन में ताश खेल रहे थे व हुक्का पी रहे थे। किसान भवन के बाहर ही र्इंटों से चूल्हा बनाकर हुक्का भरने के लिए आग जलाई गई थी। किसान भवन का सोफा भी खस्ता हालत में पाया गया। किसान भवन का सामान, सैम्पलिंग मशीन, उद्घाटन बोर्ड व अन्य सामान टूटा-फूटा पड़ा था वहीं फायर बिग्रेड भवन में अस्थाई कर्मचारियों ने दो कमरों पर अवैध कब्जा कर रखा है।
मंगलवार को दोबारा उन्होंने निरीक्षण किया तो बोर्ड के कर्मचारियों ने जिस जगह सफाई नहीं की गई थी, वहां पड़े कचरे में आग लगा दी। यह बता दें कि किसान भवन की बुकिंग मार्किट कमेटी द्वारा की जाती है जबकि कंस्ट्रक्शन व देखरेख का जिम्मा कंस्ट्रक्शन विंग का है। पत्र में बताया गया है कि मार्किट कमेटी कालोनी में रिहायशी मकान खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगाए गए तालों से छेड़छाड़ ना की जाए। कर्मचारी चाहे तो उन्हें यह मकान विधिवत अलॉट किए जा सकते हैं। उधर, मार्केटिंग बोर्ड कंस्ट्रक्शन विंग के कार्यकारी अभियंता के नेतृत्व में कर्मचारी मार्किट कमेटी सचिव के रवैये के खिलाफ सामने आ गए और कामकाज ठप्प कर रोष जाहिर किया। बोर्ड के कार्यकारी अभियंता आनंद कुमार का कहना है कि सचिव विकास सेतिया का रवैया ठीक नहीं है। सचिव ने उनकी गाड़ी को आफिस से बाहर निकलवा दिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। आनंद कुमार ने बताया कि उन्होंने विभाग के चीफ इंजीनियर को सारे मामले से अवगत करवा दिया है।
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