डीसी रेट पर कार्यरत कर्मचारियों को अनुभव के आधार पर वेतन मिलेगा

डीसी रेट पर कार्यरत कर्मचारियों को अनुभव के आधार पर वेतन मिलेगा
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सोनीपत के बाद दादरी प्रदेश का दूसरा ऐसा जिला है जहां यह व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है। कर्मचारियों के डीसी रेट निर्धारण को लेकर उपायुक्त राजेश जोगपाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया है।

हरिभूमि न्यूज : चरखी दादरी

उपायुक्त राजेश जोगपाल के निर्देशों पर जिला प्रशासन के कार्य में पादर्शिता लाने के लिए एक और कदम उठाया गया है। अब जिला के विभिन्न विभागों में डीसी रेट पर कार्यरत कर्मचारियों को उनके अनुभव के आधार पर भी वेतन मिल सकेगा। सोनीपत के बाद दादरी प्रदेश का दूसरा ऐसा जिला है जहां यह व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है। कर्मचारियों के डीसी रेट निर्धारण को लेकर उपायुक्त राजेश जोगपाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया है।

बैठक में विचार विमर्श के दौरान सामने आया कि डीसी रेट पर विभिन्न विभागों में कार्य करने वाले ऐसे बहुत से कर्मचारी हैं, जिनको उस पद पर कार्य करते हुए कई साल हो गए हैं। उन्हें जो वेतन मिलता है, उतना ही वेतन एक नए कर्मचारी को मिलता है। ऐसे में उस संबंधित कर्मचारी का अनुभव किसी काम का नहीं रह जाता है। उपायुक्त राजेश जोगपाल ने कहा कि इस बार डीसी रेट निर्धारित करते समय अनुभव को भी पैमाना बनाया जाए और अनुभव के आधार पर कर्मचारी का अलग-अलग वेतन निर्धारण किया जाए।

उपायुक्त ने कहा कि आईटीआई, पोलिटेक्निक आदि में केवल टे्रड अलग होती हैं। शैक्षिक योग्यता समान होती है। इसलिए आईटीआई व पोलिटैक्निक पास उम्मीदवारों के लिए भी समान वेतन निर्धारण हो। उन्होंने कहा कि स्किल्ड स्नातक, स्किल्ड मेडिकल स्नातक, स्किल्ड नोन मेडिकल स्नातक, स्किल्ड पोस्ट ग्रेजूएट इत्यादि अलग-अलग श्रेणी बनाकर डीसी रेट का निर्धारण किया जाए। जोगपाल ने कहा कि डीसी रेट पर कार्य करने वाले कर्मचारियों के भी अधिकार अन्य कर्मचारियों की ही तरह हैं और उन्हें भी उनकी योग्यता, अनुभव व काम के आधार पर वेतन मिलना चाहिए। इसी सोच के साथ जिला प्रशासन ने डीसी रेट निर्धारण में कई नए मापदंड शामिल करने का निर्णय लिया है।

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