जींद : रोजगार कार्यालय का क्लर्क 23 हजार घूस लेते दबोचा गया, बेरोजगारी भत्ता सेटल करने की एवज में ले रहा था रिश्वत

जींद : रोजगार कार्यालय का क्लर्क 23 हजार घूस लेते दबोचा गया, बेरोजगारी भत्ता सेटल करने की एवज में ले रहा था रिश्वत
X
टीम ने शिकायतकर्ता मनदीप को 46 नोट 500-500 रुपये के डयूटी मजिस्ट्रेट से हस्ताक्षर तथा पाउडर लगा कर दे दिए। संपर्क साधने पर क्लर्क रोशन ने शिकायतकर्ता को सफीदों रोड पर पूनिया अस्पताल के निकट बस क्यू शेल्टर पर बुला लिया। रिश्वत राशि लेने के साथ शिकायकर्ता द्वारा किए गए इशारे पर छापामार टीम ने क्लर्करोशन को काबू कर लिया।

हरिभूमि न्यूज : जींद

स्टेट विजिलेंस ब्यूरो State (Vigilance Bureau) ने रोजगार कार्यालय के क्लर्क को बेरोजगारी भत्ता के मामले को सेटल करने की एवज में 23 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो पकड़े गए आरोपित क्लर्क से पूछताछ कर रही है।

गांव नगूरां निवासी मनदीप ने स्टेट विजिलेंस ब्यूरो को दी शिकायत में बताया कि वह सक्षम योजना के तहत रोजगार कार्यालय से 1500 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता ले रहा था। वर्ष 2019 में उसने बीएड में दाखिला ले लिया। 2021 में उसकी बीएड पूरी हो गई। इस अवधि के दौरान भी वह बेरोजगारी भत्ता लेता रहा। रोजगार कार्यालय ने उसकी बीएड डिग्री की जांच की तो वह पकड़ में आ गया। जिस पर रोजगार कार्यालय ने बेरोजगार भत्ते के रूप में ली गई 48 हजार रुपये की राशि नौ प्रतिशत ब्याज के साथ भरने के लिए कहा। असमर्थता जताए जाने पर रोजगार कार्यालय के क्लर्क रोशन ने मामले को सेटल करने के लिए कहा। जिसके लिए 25 हजार रुपये की डिमांड की गई। आखिरकार 23 हजार रुपये में मामला सेट हो गया और बेरोजगार भत्ते की फाइल को रफा-दफा करने की बात कही गई। शिकायत के आधार पर छापामार टीम का गठन किया गया। आबकारी एवं कराधान विभाग के ईटीओ नरेश अहलावत को डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। जबकि स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के निरीक्षक मनीष कुमार को टीम की कमान सौंपी गई। जिसमें एसआई अनिल कुमार, एएसआई बलजीत, कमलजीत, हवलदार सुनील, सिपाही संजय को शामिल किया गया।

टीम ने शिकायतकर्ता मनदीप को 46 नोट 500-500 रुपये के डयूटी मजिस्ट्रेट से हस्ताक्षर तथा पाउडर लगा कर दे दिए। संपर्क साधने पर क्लर्क रोशन ने शिकायतकर्ता को सफीदों रोड पर पूनिया अस्पताल के निकट बस क्यू शेल्टर पर बुला लिया। रिश्वत राशि लेने के साथ शिकायकर्ता द्वारा किए गए इशारे पर छापामार टीम ने क्लर्करोशन को काबू कर लिया। तलाशी लिए जाने पर उसके कब्जे से रिश्वत राशि बरामद हो गई। क्लर्क रोशन के हाथ धुलवाए जाने पर उनका रंग लाल हो गया। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने क्लर्क रोशन के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है।

स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के निरीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि क्लर्क बेरोजगार भत्ते को सेटल करने की एवज में 23 हजार रुपये रिश्वत ले रहा था। जिसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित से पूछताछ की जा रही है।

Tags

Next Story