पायलट प्रोजेक्ट पर काम शुरू : आयुष्मान भारत योजना के दायरे में हर बुजुर्ग होगा रोगमुक्त

पायलट प्रोजेक्ट पर काम शुरू : आयुष्मान भारत योजना के दायरे में हर बुजुर्ग होगा रोगमुक्त
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स्वास्थ्य विभाग ऐसे बुजुर्गों से खुद संपर्क कर उनकी सेहत का आंकलन करेगा। अगर उन्हें कंधे, कुल्हे या फिर हड्डी से जुड़ी कोई बीमारी है तो योजना से उनका उपचार करवाया जाएगा।

हरिभूमि न्यूज. अंबाला

बुजुर्गों को रोगमुक्त करने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। यह सुविधा उन बुजुर्गों को मिलेगी जोकि आयुष्मान भारत योजना के दायरे में हैं। ऐसे बुजुर्गों से स्वास्थ्य विभाग खुद संपर्क कर उनकी सेहत का आंकलन करेगा। अगर उन्हें कंधे, कुल्हे या फिर हड्डी से जुड़ी कोई बीमारी है तो योजना से उनका उपचार करवाया जाएगा। सीएमओ डॉक्टर कुलदीप सिंह ने कहा कि योजना पर काम शुरू कर दिया गया है।

केंद्र सरकार ने 2018 में आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत ऐसे परिवारों को एक मेडिकल कार्ड जारी किया गया था। इसके जरिए ये लोग पांच लाख रुपये तक का उपचार किसी भी सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में करवा सकता है। जिले में ऐसे परिवारों की संख्या काफी है जोकि आयुष्मान भारत योजना के दायरे में है। अब ऐसे परिवारों के बुजुर्गों से स्वास्थ्य विभाग खुद संपर्क करेगा। संपर्क के दौरान उनकी हर बीमारी की जानकारी जुटाई जाएगी। इसके बाद उन्हें रोगमुक्त करने के लिए उनका उपचार करवाया जाएगा। इस तरह सभी परिवारों से संपर्क साधकर बुजुर्गों की बीमारियों से जुड़ी जानकारी जुटाई जाएगी। इसके लिए कर्मचारियों ने काम शुरू कर दिया है।

आयुष्मान भारत योजना का कार्ड जिले के 1.90 लाख लोगों के पास है। इनमें से ऐसे लोगों की संख्या भी हजारों में हैं जोकि कार्ड के जरिए अपना उपचार करवा चुके हैं। इसके लिए सरकार की ओर से जिले के 26 सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों को पैनल पर लिया गया है जिनमें की कार्डधारक अपनी बीमारी का उपचार करवा सकता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो जिले में करीब एक लाख लोगों के और आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। कोरोना की वजह से यह काम अधर में लटक गया है।

बुजुर्गों को रोगमुक्त बनाने का अभियान चलाने जा रहे हैं : हम आयुष्मान भारत योजना के दायरे में आने वाले परिवारों के बुजुर्गों को रोगमुक्त बनाने का अभियान चलाने जा रहे हैं। इस पायलट प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है। अब ऐसे मरीजों के हड्डी व दूसरे रोगों का उपचार किया जाएगा। व्यक्तिगत तौर पर हर बुजुर्ग से उसकी बीमारी का पता लगाया जाएगा। आने वाले दिनों में योजना को बेहतर रिजल्ट आएंगे। डॉ. कुलदीप सिंह, सीएमओ, अंबाला

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