कोरोना की मार के बावजूद हरियाणा में आबकारी विभाग का बेहतर प्रदर्शन, रिकॉर्ड राजस्व जुटाया

हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Deputy Chief Minister Dushyant Chautala) जिनके पास आबकारी एवं कराधान विभाग का प्रभार भी है, ने बताया कि राज्य के आबकारी विभाग ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रिकार्ड राजस्व का लेवी-संग्रह किया है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 258 करोड़ रुपये अधिक है। पिछले वर्ष एक अप्रैल 2019 से 30 सितंबर 2019 तक जहां 35,03,93,27,587 रुपये का लेवी-संग्रह किया गया था वहीं इस बार एक अप्रैल 2020 से आज तक 37,61,79,18,041 रुपये का संग्रह हुआ है।
डिप्टी सीएम ने आबकारी एवं कराधान विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर आबकारी एवं कराधान विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी, आयुक्त शेखर विद्यार्थी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही तक एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के रूप में 67,21,08,323 रुपये प्राप्त हुए, जबकि पिछले वर्ष 2019-20 के दौरान मात्र 93,150 रुपये मिले थे। इसके अलावा, इस वर्ष दूसरी तिमाही में एसेसमैंट फीस 15,42,20,989 रुपये, बॉटलिंग फीस 92,90,97,343 फीस, कोविड-सैस 1,69,78,53,517 रुपये, एक्साइज ड्यूटी 11,08,66,78,227 रुपये, एक्सपोर्ट फीस 3,81,73,176, इंपोर्ट फीस 31,31,08,747रुपये, परमिट फीस 1,10,88,47,070 रूपए और लाइसेंस फीस 21,61,78,30,648 रुपये इस वित्तिय वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही तक प्राप्त किए गए।
दुष्यंत चौटाला ने अवगत कराया कि आबकारी और कराधान विभाग द्वारा की गई जांच में भारत में निर्मित विदेशी शराब के कुल 47 चालान किए गए जिनसे राज्य सरकार को लगभग 28 करोड़ रुपये तथा देशी शराब के 49 चालान किए गए हैं, जिनसे 24 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान है।
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