बजट से उम्मीदें : सड़कों के लिए मिले विशेष पैकेज, अधूरे प्रोजेक्ट पूरे करवाए सरकार

दीपक वर्मा : सोनीपत
देश की राजधानी दिल्ली समेत छह राज्यों से घिरे हरियाणा को इस बार केंद्रीय बजट से बड़ी उम्मीदें। प्रदेशवासियों कहा कहना है कि केंद्र सरकार सड़कों और आधारभूत ढांचे के लिए बजट में विशेष पैकेज का ऐलान करे। अधूरे प्रोजेक्टों को पूरा किया जाए। प्रदेश में 35 से अधिक नेशनल हाईवे हैं। उम्मीद है इस बजट के बाद इनकी संख्या 50 के करीब हो जाएगी। 1 फरवरी को केंद्र सरकार के बजट का पिटारा खुलेगा तो हरियाणा में सड़कों के जाल को और बल मिलेगा। प्रदेश में मौजूदा 3200 किलोमीटर से अधिक लंबाई के नेशनल हाईवे हैं। नए वित्तीय वर्ष के साथ यह लंबाई बढ़कर 4 हजार किलोमीटर हो जाएगी। इसलिए केंद्र सरकार हरियाणा के लिए पैकेज की घोषणा करे।
प्रदेश को ये मिल सकते हैं उपहार
हरियाणा, पंजाब व जम्मू कश्मीर का यह संयुक्त प्रोजेक्ट 670 किलोमीटर लंबा है। भारतमाला परियोजना के तहत बनाया जा रहा यह एक्सप्रेस-वे झज्जर जिले के जसौर खेड़ी गांव के पास से केएमपी से शुरू होकर खरखौदा, जींद के रास्ते संगरूर के जरिये पंजाब से होते हुए कटड़ा तक जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे की अनुमानित कीमत 35 हजार करोड़ रुपये तय की गई है। हरियाणा में इस एक्सप्रेस-वे का तकरीबन 130 किलोमीटर का हिस्सा बनना है।
कई प्रोजेक्ट पर चल रहा काम
प्रदेश में सड़कों के कई प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। केंद्रीय बजट में पैकेज का ऐलान हो तो लोगों को सुविधा मिलेगी और अधूरे प्रोजेक्ट जल्द पूरे होंगे। नेशनल हाईवे लोगों के आवागमन को आसान बना रहे हैं। कई बड़े प्रोजेक्ट भी हरियाणा की धरती से होकर गुजरेंगे। इसमें सबसे बड़ा प्रोजेक्ट दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा का एक्सप्रेस-वे होगा। इस पर काम शुरू हो चुका है।
नेशनल हाईवे की स्थिति
नेशनल हाईवेअथ्योरिटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट के अनुसार मौजूदा समय में कुल 34 से अधिक नेशनल हाईवे ऐसे हैं, जोकि हरियाणा से गुजरते हैं। जिनकी कुल लंबाई 3,237 किलोमीटर है। सबसे पुराना हाईवे जीटी रोड है, जिसे मौजूदा समय में नेशनल हाइवे 44 का नाम दिया गया है। हरियाणा से गुजरने वाला यह सबसे लंबा हाईवे है। इसकी प्रदेश में लंबाई 257.8 किलोमीटर है।
12 लेन का होगा जीटी रोड
काफी समय से 12 लेन की इंतजार कर रहा जीटी रोड भी इस वित्तीय वर्ष में अपना स्वरूप प्राप्त कर लेगा। इसके बाद जीटी रोड पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिल जाएगा। मेरठ से लोहारू जाने वाला 334बी भी लगभग पूरा हो चुका है। खरखौदा से मेरठ के बीच में कुछ काम बाकी है। सोनीपत-गोहाना-जींद का ग्रीनफील्ड हाइवे जिसे 352-ए का नाम दिया गया है, उसका काम भी लगभग 30 प्रतिशत हो चुका है।
दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेस-वे बड़ा प्रोजेक्ट है, इससे जीटी रोड पर दबाव कम होगा। कई प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं, जिन पर काम शुरू होना है। बजट पेश होने के बाद सभी प्रोजेक्ट रफ्तार पकड़ लेंगे। - आनंद दहिया, डीजीएम, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया
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