पशु पालकों को विशेषज्ञों की सलाह : गाय और भैंसों का कृत्रिम गर्भाधान करवाने के लिए सबसे उत्तम समय

हरिभूमि न्यूज : चरखी दादरी
सर्दी के मौसम में पशुपालक अपने पशुओं का विशेष ध्यान रखें और पशुओं को ठंड लगने से बचाएं। ये समय गाय और भैंसों का कृत्रिम गर्भाधान करवाने के लिए सबसे उत्तम है। पशु चिकित्सक महासिंह ने कहा कि सर्दी अब धीरे-धीरे अपने चरम पर पहुंच रही हैं। ऐसे मौसम में पशु को रात के समय खुले स्थान पर न रखें और उसे छप्पर, तम्बू या कमरे में रखना चाहिए। सुबह भी पशु को देर से बाहर निकालें और उस पर कंबल, बोरी, पल्ली आदि ढककर रखें।
डा. महासिंह ने बताया कि सभी पशु अस्पताल और डिस्पैंसरियों में कृत्रिम गर्भाधान की उचित व्यवस्था की गई है। इस मौसम में गाय या भैंस रंभाने लगती हैं, बार-बार कूदकर या योनिस्त्राव से तार दिखाकर गर्मी का इशारा करती हैं। इसके लिए पशु को गर्मी दिखाने के दूसरे या तीसरे दिन अपने नजदीकी पशु अस्पताल में ले जाएं और तीस रूपए शुल्क देकर उसका कृत्रिम गर्भाधान करवा दें। उन्होंने कहा कि एक ऐसा सीमन भी अस्पताल में है, जिससे गाय को बछिया ही पैदा होगी। उसके लिए दो सौ रूपए का शुल्क रखा गया है।
डा. महासिंह ने बताया कि गाय को साहीवाल, हरियाणा या एचएफ संतान पैदा करवाने के लिए ये सीमन उपलब्ध हैं। इन दिनों में पशु की सेहत को तंदुरूस्त रखने के लिए हरे-सूखा चारा के साथ पचास ग्राम खनिज मिश्रण देना चाहिए। ये मिश्रण भिवानी स्थित पशु ज्ञान केंद्र में भी मिलता है, जिसके पांच किलो पैक की कीमत 350 रूपये की है। खनिज मिश्रण किसी अन्य कंपनी का भी खरीद कर प्रयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पशु को नियमित रूप से पौष्टिक आहार देते रहने, उसे घूमने देने व ठाण को साफ-सुथरा रखने से उसकी आयु व बल में वृद्घि होती है।
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