गाड़ियों की फर्जी RC बनाने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश, मुख्य सरगना काबू

गाड़ियों की फर्जी RC बनाने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश, मुख्य सरगना काबू
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आरोपियों ने पिछले 2 साल में बहुत बड़ी मात्रा में फर्जी तरीके से गाड़ियां पास करवाई हैं । सीआईए टीम ने अब तक आरोपी सुनील की निशानदेही पर 17 फर्जी गाड़ियां बरामद कर ली हैं ।

सिरसा : सीआईए सिरसा पुलिस ने गाड़ियों की फर्जी आरसी (RC) बनाने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है । सीआईए सिरसा पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना को काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है। डीएसपी डबवाली कुलदीप सिंह बेनीवाल व सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान सुनील कुमार उर्फ आशु पुत्र हरीश चंद्र वासी सुभाष नगर रोहतक के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि सीआईए सिरसा पुलिस को लगातार फर्जी RC वाली गाड़ियां अवैध रूप से चलाने बारे सूचनाएं मिल रही थी । सीआईए टीम को सूचना मिली थी कि सुनील चिटकारा वासी रोहतक जो गाड़ियों की फर्जी आरसी तैयार करवाता है जिसने कुछ गाड़ियां HR02AT2859, HR02AT1916 व HR02AT3744 नंबर की सिरसा में भी बेच रखी है । जिस पर सीआईए सिरसा पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए तीनों गाड़ियों को सिरसा से बरामद कर लिया जिनकी जांच की गई तो गाड़ियों में बहुत बड़ा फर्जीबाड़ा सामने आया। गाड़ी मालिकों ने बताया कि उन्होंने गाड़ियां सुनील चिटकारा वासी रोहतक के मार्फत खरीद रखी हैं जिस पर सहायक उपनिरीक्षक महेंद्र सिंह व सहायक उप निरीक्षक अवतार सिंह के नेतृत्व में एक टीम रोहतक भेजी गई। टीम ने रोहतक से मुख्य सरगना सुनील चिटकारा को काबू कर लिया।

डीएसपी कुलदीप सिंह बेनीवाल ने बताया कि आरोपी से पूछताछ पर पता चला कि आरोपी बैंकों की फाइनेंस वाली गाड़ियों को महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल व कर्नाटक से ऑनलाइन बोली के माध्यम से खरीदता है फिर सरकारी टैक्स बचाने के लिए फर्जी बैंक अथॉरिटी प्रमाण पत्र खुद तैयार करता है जिसके लिए गाड़ी के चैसिस नंबर से भी छेड़छाड़ की जाती है ताकि ऑनलाइन नंबर डालने से गाड़ी का पुराना नंबर शो ना हो व मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर की भी नकली रिपोर्ट खुद तैयार करके फर्जी हस्ताक्षर किए जाते हैं। गाड़ी को MVI ( मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर) से पास न करवाकर खुद ही फर्जी तरीके से पास कर लिया जाता है। इस फर्जीवाड़े में रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी व सरल केन्द्र जगाधरी में इन्चार्ज अमित कुमार पुत्र देवेन्द्र कुमार वासी लक्ष्मी नगर यमुनानगर आरोपी से मिला हुआ था जो 60/65 हजार रुपये प्रति गाड़ी लेकर फर्जी तरीके से गाड़ियां पास करवाता था ।

डीएसपी ने बताया आरोपियों ने पिछले 2 साल में बहुत बड़ी मात्रा में फर्जी तरीके से गाड़ियां पास करवाई हैं। सीआईए टीम ने अब तक आरोपी सुनील की निशानदेही पर 17 फर्जी गाड़ियां बरामद कर ली हैं। रिमांड के दौरान गिरोह से जुड़े अन्य आरोपीयों को काबू किया जाएगा व फर्जी गाड़ियों की बरामदगी की जाएगी।

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