सूरजकुंड मेले की सुरक्षा में चूक : साइबर कैफे पर बना दिए दुकानदारों के फर्जी आई कार्ड, चार युवक गिरफ्तार, ऐसे हुआ खुलासा

सूरजकुंड मेले की सुरक्षा में चूक : साइबर कैफे पर बना दिए दुकानदारों के फर्जी आई कार्ड, चार युवक गिरफ्तार, ऐसे हुआ खुलासा
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सूरजकुंड में आयोजित किया जाने वाला हस्तशल्पि मेला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होता है जिसमें विभिन्न देशों से नागरिक इसमें हिस्सा लेते हैं। फर्जी आईडी कार्ड बनवाकर यदि इस प्रकार कोई भी व्यक्ति मेले में शामिल होता है तो वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

फरीदाबाद। सूरजकुंड में आयोजित किए जा रहे 35 वें हस्तशल्पि मेले में फर्जी आईडी कार्ड बनवाने के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रवि, तनुज, शिवम तथा इंद्रवीर का नाम शामिल है।

पर्यटन विभाग के चीफ मेला एडमिनस्ट्रिेटर प्रताप शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि मेले में लगाई गई स्टॉल पर एक मालिक तथा एक हेल्पर को काम करने की इजाजत दी गई है परंतु जब उन्होंने कुछ स्टॉल चेक की तो इन पर दो से अधिक कर्मचारी काम करते हुए दिखाई दिए। जिनका आईडी कार्ड चेक करने पर पाया गया कि उनका आईडी कार्ड नकली है। उन्होंने बताया कि आईडी कार्ड पर एक क्यू कोड छपा होता है जो हर एक आईडी के लिए अलग-अलग होता है परंतु जब उन्होंने क्यूआर कोड स्कैन किया तो सबका क्यू कोड एक जैसा ही था। इस प्रकार स्टॉल नंबर 998, 365 तथा 825 पर काम कर रहे 5 कर्मचारियों के आईडी कार्ड नकली पाए गए।

सूरजकुंड में आयोजित किया जाने वाला हस्तशल्पि मेला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होता है जिसमें विभिन्न देशों से नागरिक इसमें हिस्सा लेते हैं। फर्जी आईडी कार्ड बनवाकर यदि इस प्रकार कोई भी व्यक्ति मेले में शामिल होता है तो वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है। इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायत पर के आधार पर पुलिस थाना सूरजकुंड में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि चारों आरोपी फर्जी आईडी बनवाने का काम करते हैं।

आईडी कार्ड बनवाने वाले व्यक्तियों को तो यह पता भी नहीं होता कि बनवाए गए यह आईडी कार्ड नकली है। स्टॉल पर काम अधिक होने की वजह से वहां पर कर्मचारियों की आवश्यकता थी। इन कर्मचारियों के आईडी कार्ड बनवाने के लिए इन्होंने आरोपी रवि तथा उसके साथियों से संपर्क किया जिन्होंने पर्यटन विभाग की फीस के नाम पर किसी से 800 तो किसी से 1000 रुपए लेकर उन्हें बल्लभगढ़ स्थित एक साइबर कैफे की दुकान पर भेज दिया जहां से साइबर कैफे चालक ने इन्हें नकली आईडी कार्ड बनाकर दे दिया। इस मामले में शामिल रवि मुख्य आरोपी है जो काफी समय से इस मेले में काम करता था और यदि किसी को भी अपना कार्ड बनवाना होता था तो वह इस से संपर्क करता था और यह साइबर कैफे के माध्यम से उनका नकली कार्ड बनवाने का काम करता था। चारों आरोपियों को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया है जिसमें फर्जी आईडी कार्ड बनवाने वाले साइबर कैफे चालक के बारे में जानकारी हासिल करके उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

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