जींद में फर्जी आयकर महिला अधिकारियों को पकड़ा, ज्वैलर्स की दुकान पर छापेमारी करने पहुंची थी

जींद में फर्जी आयकर महिला अधिकारियों को पकड़ा, ज्वैलर्स की दुकान पर छापेमारी करने पहुंची थी
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दोनों महिलाओं ने रौब झाड़ते हुए ज्वैलर्स से कहा कि आप इनकम टैक्स की चोरी कर रहे हो। जिसके साथ ही दोनों महिलाओं ने  दुकान में रखे जेवरातों की गिनती के साथ-साथ गल्ले में मौजूद राशि को  कब्जे में ले नंबर नोट करने शुरू कर दिए। 13 असली गहनों को अपने कब्जे में लेते हुए सौदेबाजी पर उतर आई। जिस पर ज्वैलर्स रवि को दोनों महिलाओं पर संदेह हो गया और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दे दी जो पुलिस जांच में दोनों फर्जी अधिकारी निकली।

हरिभूमि न्यूज. जींद

मेन बाजार स्थित ज्वैलर्स के यहां बुधवार देर शाम को छापेमारी करने दिल्ली से पहुंची फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी दो महिलाओं को दुकानदारों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। 'वैलर्स की शिकायत पर शहर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बुधवार देर शाम को रवि ज्वैलर्स के यहां दो महिलाएं पहुंची और खुद को दिल्ली आयकर विभाग की बड़ी अधिकारी बताते हुए शिकायत मिलने की बात कही। दोनों महिलाओं ने रौब झाड़ते हुए ज्वैलर्स से कहा कि आप इनकम टैक्स की चोरी कर रहे हो। जिसके साथ ही दोनों महिलाओं ने दुकान में रखे जेवरातों की गिनती के साथ-साथ गल्ले में मौजूद राशि को कब्जे में ले नंबर नोट करने शुरू कर दिए। 13 असली गहनों को अपने कब्जे में लेते हुए सौदेबाजी पर उतर आई। जिस पर ज्वैलर्स रवि को दोनों महिलाओं पर संदेह हो गया। दोनों महिलाओं ने ज्वैलर्स को सीसी टीवी कैमरा बंद करने और पुलिस को बुलाने की बात कही। उसी दौरान काफी संख्या में आसपास के दुकानदार एकत्रित हो गए और दोनों महिलाओं को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि दोनों महिलाओं ने दुकानदारों को अपने आयकर विभाग के आई कार्ड भी दिखाए। साथ ही रवि ज्वैलर्स के खिलाफ अधिकार के वारंट भी दिखाए।

महिलाओं ने अपना परिचय नोएडा सेक्टर 57 निवासी दिल्ली आयकर विभाग इनवेस्टिगेशन ऑफिसर संजुक्ता पराशर तथा दूसरी महिला ने अपना पता चावड़ी बाजार दिल्ली निवासी इनवेस्टिगेशन ऑफिसर कशिश मल्होत्रा बताया। यहां तक कि पुलिस हिरासत में भी जब उनके द्वारा बताए गए इनकम टैक्स दिल्ली ऑफिस के नंबर पर संपर्क साधा तो दोनों को इनकम टैक्स विभाग का अधिकारी बताया। जब मामले की गहनता से जांच हुई तो जिस नंबर पर पूछताछ के लिए फोन किया गया था वो भी गिरोह का निकला। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने अपनी पहचान मूलत: गांव निर्जन हाल आबाद कैथल निवासी स्वाति तथा बलबीर नगर शहादरा (दिल्ली) निवासी श्वेता वर्मा के रूप में बताई।

पहले झाड़ा रौब और फिर उतरी समझौते पर

ज्वैलर्स रवि वर्मा ने बताया कि दोनों महिलाएं खुद को दिल्ली आयकर विभाग का अधिकारी बता कर उसके खिलाफ आयकर चोरी का वारंट होने की बात कहते हुए जांच करने के बारे में बताया। शुरू में दोनों ने रौब झाड़ा और फिर समझौते पर उतर आई। जिस पर उसे शक हुआ और इस बारे में अन्य दुकानदारों को जानकारी दी।

पुलिस जांच में दोनों महिलाएं फर्जी पाई गई : डीआईजी

डीआईजी अश्विन शैणवी ने बताया कि दोनों महिलाएं आयकर विभाग की अधिकारी बन कर छापेमारी करने 'वैलर्स के यहां पहंुची थी। जांच में दोनों महिलाएं फर्जी पाई गई हैं और उनके आई कार्ड भी नकली पाए गए हैं। दोनों महिलाओं से पूछताछ की जा रही है।


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