यूक्रेन से लौटी बेटी को देख भावुक हो गए परिजन, छात्रा शुभम ने बताए वहां के हालात

यूक्रेन से लौटी बेटी को देख भावुक हो गए परिजन, छात्रा शुभम ने बताए वहां के हालात
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छात्रा शुभम ने बताया कि वह हाल ही में 14 दिसंबर को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई थी और उन्होंने प्रथम वर्ष की कक्षा में दाखिला लिया था। परंतु रूस ने यूक्रेन पर हमला बोलने के बाद वहां का माहौल भयानक हो चुका था।

हरिभूमि न्यूज : भूना ( फतेहाबाद )

यूक्रेन से पहली फ्लाइट में खंड भूना के गांव टिब्बी की मेडिकल छात्रा सुरक्षित घर पहुंचने पर परिजन अपनी बेटी को देख कर खुशी से प्रसन्न हो गए। छात्रा शुभम ने अपने दादा- दादी और माता-पिता को देखा तो उसकी आंखों से खुशी के आंसू बह निकले। क्योंकि यूक्रेन में रूस के हमले के बाद छात्रा शुभम यूक्रेन के बुकोविन स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में मौजूद थी। छात्रा शुभम ने बताया कि वह हाल ही में 14 दिसंबर को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई थी और उन्होंने प्रथम वर्ष की कक्षा में दाखिला लिया था। परंतु रूस ने यूक्रेन पर हमला बोलने के बाद वहां का माहौल भयानक हो चुका था।

हर कोई डरा हुआ था और अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भाग रहे थे। मगर भारतीय एमबीबीएस की छात्राओं ने समूह में एक साथ रहकर अपनी जान बचाने के लिए काफी दिक्कतों के बीच रहना पड़ा। भारतीय दूतावास के प्रयास से वह अपने घर पहुंचने में कामयाब हुई है। छात्रा ने बताया कि यूक्रेन से बस के माध्यम रोमानिया बॉर्डर पर 2 दिन पहले पहुंचे थे। जिनमें 219 छात्र-छात्राएं थे। इनमें लगभग ढाई सौ से ज्यादा लड़कियां थी।

रोमानिया से शनिवार को मुंबई करीब सवा सात बजे पहुंचे थे। रविवार की सुबह फ्लाइट के द्वारा मुंबई से सात बजे दिल्ली के लिए रवाना हुए जो सवा नौ बजे पहुंचे। छात्रा शुभम दिल्ली से हिसार होते हुए करीब तीन बजे अपने घर टिब्बी पहुंची। जहां छात्रा के दादा मंगतराम और दादी सोमवती देवी तथा माता सरोज देवी व पिता रमेश कुमार ने अपनी बेटी को देखकर भावुकता माहौल में भव्य स्वागत किया। मगर बेटी शुभम के आंखों से खुशी के आंसू रुक नहीं पाए। मगर परिजनों ने बेटी को पाकर राहत की सांस ली है। छात्रा के पिता रमेश कुमार ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भारतीय दूतावास का धन्यवाद किया है।


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