साइबर ठगों ने पूर्व रेलवे अधिकारी को लगाया 39 लाख रुपये का चूना, आप ना करें ऐसी गलती

साइबर ठगों ने पूर्व रेलवे अधिकारी को लगाया 39 लाख रुपये का चूना, आप ना करें ऐसी गलती
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आरोपी करीब तीन माह से पीड़ित के संपर्क में थे। अलग-अलग बहाने से आरोपी रकम को ऐंठते रहे। साइबर थाना एनआईटी पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों का तलाश शुरू कर दी है।

फरीदाबाद। रेलवे के पूर्व अधिकारी को बर्गर किंग की फ्रेन्चाइजी दिलाने के नाम पर साइबर ठगों ने 39 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी करीब तीन माह से पीड़ित के संपर्क में थे। अलग-अलग बहाने से आरोपी रकम को ऐंठते रहे। साइबर थाना एनआईटी पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों का तलाश शुरू कर दी है।

सेक्टर-21 निवासी पीडि़त राजीव शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि रेलवे में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर रह चुके हैं। साल-2007 में उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। फिलहाल रेलवे के ठेके लेकर काम करते हैं। कुछ माह से काम नहीं मिलने के कारण कोई स्थाई रोजगार ढूंढ रहे थे। उन्होंने हाल ही में दिल्ली-एनसीआर में अपनी कुछ प्रॉपर्टी बेची थी। रकम को कारोबार में लगाना चाहते थे। सितंबर-2022 में उन्होंने बर्गर किंग की फ्रेन्चाइजी लेने के लिए गूगल पर ऑनलाइन सर्च किया। यहां बर्गर किंग फ्रेन्चाइजी के नाम से एक बेवसाइट का लिंक मिला। क्लिक करने पर एक फार्म खुल गया। उन्होंने फार्म में नाम, फोन नंबर, ई.मेल सहित अन्य जानकारी भर दी।

कुछ देर बाद उनकी मेल आईडी पर बर्गर किंग के नाम से ई-मेल आया। उसमें कुछ दस्तावेज मांगे गए थे। कुछ देर में गौरव बंसल के नाम से उन्हें एक फोन आया। आरोपी ने खुद को बर्गर किंग कंपनी में सीएमआर बताया। आरोपी ने फोन पर राजीव की शक्षिा, बैंक, पैन-आधार कार्ड संबंधित जानकारी ले ली। पीडि़त राजीव ने कहा वह पत्नी के नाम से फ्रेचाइजी लेना चाहते हैं। इस पर आरोपी ने सभी दस्तावेजों पर पत्नी का हस्ताक्षर कराकर आरोपियों को मेल कर दिए। इसके बाद आरोपियों ने उनसे पंजीकरण, एनओसी, लाईसेंस, मशीन व अन्य कार्यो के बहाने अलग-अलग बार में 39 लाख रुपये अपने खाते में जमा करवा लिए।

राजीव शर्मा ने बताया आरोपियों ने उन्हें साइट ढूंढने के लिए कहा। राजीव ने ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एक मॉल में साइट पसंद करने के बाद किराए पर ले ली। राजीव ने साइट की जानकारी आरोपियों को दी और काम चालू करने को कहा। आरोपियों ने साइट विजिट करने का आश्वासन दिया और फोन बंद कर लिया। पीडि़त व आरोपियों के बीच रकम हड़पने तक कोई मुलाकात नहीं हुई थी। आरोपी ने 10 दिसंबर को फरीदाबाद आकर मिलने की बात कही थी। इसके बाद से आरोपी का नंबर बंद आ रहा है। ठगी का अहसास होने पर उन्होने मामले की शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

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