गन्ने का रेट न बढ़ने से नाराज हैं किसान, सरकार का विरोध करने का किया ऐलान

गन्ने का रेट न बढ़ने से नाराज हैं किसान, सरकार का विरोध करने का किया ऐलान
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गन्ने का दाम न बढ़ाए जाने से किसान एक बार फिर गुस्से में दिख रहे हैं। इसी वजह से किसानों ने फिर से राज्य सरकार के खिलाफ विरोध का बिगुल बजा दिया है।

अंबाला। गन्ने का दाम न बढ़ाए जाने से किसान एक बार फिर गुस्से में दिख रहे हैं। इसी वजह से किसानों ने फिर से राज्य सरकार के खिलाफ विरोध का बिगुल बजा दिया है। किसानों का आरोप है कि नई अधिसूचना जारी कर सरकार ने साफ कर दिया कि गन्ने के दाम नहीं बढ़ाए जाएंगी। इसी वजह से अब किसानों ने तमाम विधायकों के आवास पर प्रदर्शन करने के साथ ही सीएम मनोहर लाल का पुतला आग के हवाले करने की रणनीति बनाई है। वीरवार से किसानों का विरोध शुरू हो जाएगा।

सरकार ने पुराने दाम 362 रुपए प्रति क्विंटल के आधार पर ही गन्ना खरीदने की अधिसूचना जारी कर दी है। इस अधिसूचना से गन्ना किसानों की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। इसी वजह से एक बार फिर से किसानों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करने का नर्णिय लिया है। भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के प्रधान मलकीत सिंह ने कहा कि वीरवार को जिलेभर के किसान नारायणगढ़ विधायक शैली चौधरी के आवास पर सुबह 10 बजे धरना देंगे। इसके पश्चात सीएम मनोहर लाल का पुतला फूंकेंगे। उन्होंने कहा कि 5 जनवरी को राज्य के सभी शुगर मिलों में 3 घंटे के लिए कांटा बंद किया जाएगा। अगर फिर भी सरकार गन्ने की फसल का रेट नहीं बढ़ाती तो फिर 10 जनवरी को करनाल में प्रदेश स्तरीय मीटिंग बुलाई जाएगी।

लंबे समय से कर रहे हैं किसान आंदोलन

गन्ने के रेट बढ़ाए जाने को लेकर पिछले लंबे समय से किसान आंदोलन कर रहे हैं। लगातार राज्य सरकार पर दबाव बनाया जा रहा है। इसी वजह से किसानों को उम्मीद थी कि उनका दबाव रंग लाएगा। मगर ऐसा नहीं हो पाया है। किसानों ने साफ कहा कि वे गन्ने के रेट बढ़ाए जाने को लेकर लगातार सरकार के खिलाफ आंदोलन चलाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसान हक की लड़ाई के लिए पीछे नहीं हटेगा। मलकीत सिंह ने कहा कि जैसे कृषि बिलों को लेकर केंद्र सरकार को झुकने पर मजबूर किया गया था। ऐसे ही अब गन्ने के रेट बढ़ाए जाने को लेकर राज्य सरकार को भी किसानों की मांगों पर विचार करना होगा।

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