बिजली कनेक्शनों के लिए आवेदन करने वाले किसानों को सोलर कनेक्शन प्राथमिकता के आधार मिलेंगे

बिजली कनेक्शनों के लिए आवेदन करने वाले किसानों को सोलर कनेक्शन प्राथमिकता के आधार मिलेंगे
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आधिकारिक तौर पर बिजली निगम के पास इस संदर्भ में कोई आदेश नहीं आए हैं। दूसरी ओर सौर ऊर्जा पर आधारित पंप सेट लगवाने के लिए आवेदन करने वाले किसान लंबे से पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहे हैं

रेवाड़ी। लंबे समय से खेती के लिए बिजली कनेक्शनों (Electricity Connection) का इंतजार कर रहे किसानों (Farmers) के लिए सरकार ने अब सोलर बेस्ड सबमर्सिबल पंप सेट लगवाने का विकल्प खोल दिया है। वर्ष 2021 तक बिजली कनेक्शनों के लिए आवेदन करने वाले किसानों को सोलर कनेक्शन प्राथमिकता के आधार पर दिए जा सकेंगे। इसके लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। दूसरी ओर नए सिरे सोलर कनेक्शनों के लिए आवेदन करने वाले किसानों के लिए अभी तक सरकार का पोर्टल नहीं खुला है, जिससे उन्हें अभी इन कनेक्शनों के लिए और इंतजार करना पड़ सकता है।

बिजली निगम की ओर से वर्ष 2018 से पहले तक आवेदन कर चुके किसानों को बिजली कनेक्शन जारी किए थे। इसके बाद आवेदन करने वाले किसान अभी तक नलकूपों के लिए बिजली कनेक्शनों का इंतजार कर रहे हैं। बिजली मंत्री की ओर से किसानों को जल्द बिजली कनेक्शन जारी करने की घोषणा की जा चुकी है, परंतु आधिकारिक तौर पर बिजली निगम के पास इस संदर्भ में कोई आदेश नहीं आए हैं। दूसरी ओर सौर ऊर्जा पर आधारित पंप सेट लगवाने के लिए आवेदन करने वाले किसान लंबे से पोर्टल खुलने का इंतजार कर रहे हैं। सरकार की ओर से सोलर सिस्टम लगवाने के लिए अब उन किसानों को प्राथमिकता के आधार पर इसका विकल्प दिया है, जो किसान बिजली कनेक्शनों के लिए वर्ष 2019 से 2021 बिजली निगम के पास आवेदन कर चुके हैं। बिजली कनेक्शन की बजाय किसान सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन की जानकारी प्रस्तुत करते हुए ऑनलाइन आवदेन करना होगा।

सोलर सिस्टम बड़े फायदे का सौदा

किसानों के लिए पंप सेट काफी कारगर साबित हो रहे हैं। खासकर कम जमीन वाले किसानों के लिए सोलर पंप सेट काफी उपयोगी हैं। सोलर पंप सेट सरकारी अनुदान पर मिलने के कारण लगाने में तो सस्ते पड़ते ही हैं, साथ ही इनके लगने के बाद बिजली का खर्च बच जाता है। कृषि क्षेत्र में सोलर पंप सिस्टम की शुरूआत होने के बाद बिजली की बचत को भी बढ़ावा मिल रहा है। इन पंप सेटों को लगाने का ठेका भी सरकार की ओर से दिया जाता है। इसके बाद पंप सेट लगाने वाली कंपनी इनकी गारंटी देती है। निर्धारित अवधि में कोई खराबी आने पर सिस्टम को ठीक करने की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की होती है। इससे किसानों का मेंटिनेंस का पैसा भी बच जाता है।

बढ़ रहा किसानों का रुझान

सोलर पंप सेट लगवाने के प्रति जिले के छोटे किसानों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। अभी तक जिले के 1650 किसान यह पंप सेट लगवा चुके हैं। पिछले वित्त वर्ष में 1786 किसानों के आवेदन स्वीकार हुए थे, जिनके खेतों में पंप सेट लगवाने का कार्य जल्द शुरू होने वाला है। मोटे बिजली खर्च से छुटकारा मिलने के कारण किसान एक-दूसरे को देखकर अपने खेत में यह सिस्टम लगवाने के लिए तैयार हो रहे हैं। सोलर पंप सेट लगवाने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। इसके लिए पोर्टल खुलता है। अभी तक पोर्टल नहीं खुलने के कारण बड़ी संख्या में किसान इंतजार कर रहे हैं।

कम लागत में सिंचाई का साधन

अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए किसानों को सरकार की ओर से तीन-चौथाई अनुदान दिया जाता है। 10 एचपी का पंप सेट लगवाने के लिए किसान को करीब 1.10 लाख रुपए खर्च करने पड़ते हैं। पंप सेट पर केंद्र सरकार की ओर से 30 फीसदी अनुदान दिया जाता है, जबकि 45 फीसदी अनुदान प्रदेश सरकार देती है। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से राज्यों का बजट निर्धारित किया जाता है। ऐसा माना जा रहा है कि बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन कर चुके किसानों को सोलर सिस्टम दिए जाने के बाद ही आम किसानों के लिए पोर्टल खोला जाएगा।

नए पंप सेट के लिए अभी अनुमति नहीं

सरकार की ओर से अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए अभी उन किसानों को सोलर पंप सेट देने का निर्णय लिया है, जिन्होंने बिजली कनेक्शनों के लिए वर्ष 2021 से पहले आवेदन किए हुए हैं। -रविंद्र यादव, सहायक परियोजना अधिकारी।

अभी नहीं मिले हैं कनेक्शनों के आदेश

सरकार की ओर से नए कनेक्शन जारी करने के लिए अभी कोई पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलने के बाद किसानों को वरियता के आधार पर बिजली कनेक्शन देने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। -मनोज यादव, एसई।

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