Paddy Purchase : धान की सीधी खरीद के विरोध में किसान हुए लामबंद, परचेजरों पर लगाया लूटने का आरोप

Paddy Purchase : धान की सीधी खरीद के विरोध में किसान हुए लामबंद, परचेजरों पर लगाया लूटने का आरोप
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किसानों का तर्क है कि परचेजर माल को सीधे खरीद कर कम दाम लगाते हैं जिस कारण उन्हें काफी नुकसान हो रहा है। किसानों के विरोध को देखते हुए मार्किट कमेटी सचिव ने ऐसी आढ़तियों पर कार्यवाही शुरू की और बिना बोली सीधा धान खरीदने पर अनाज मण्डी की एक फर्म को नोटिस जारी किया।

हरिभूमि न्यूज. फतेहाबाद

बिना बोली के धान की सीधी खरीद होने के विरोध में सोमवार को किसान मार्किट कमेटी कार्यालय पहंुच गए और रोष जताते हुए धरना देकर वहीं बैठ गए। किसानों की मांग थी कि उनकी फसल को बोली के माध्यम से ही खरीदा जाए। सीधे धान की खरीद को तुरंत रोका जाए। किसानों का तर्क है कि परचेजर माल को सीधे खरीद कर कम दाम लगाते हैं जिस कारण उन्हें काफी नुकसान हो रहा है। किसानों के विरोध को देखते हुए मार्किट कमेटी सचिव ने ऐसी आढ़तियों पर कार्यवाही शुरू की और बिना बोली सीधा धान खरीदने पर अनाज मण्डी की एक फर्म को नोटिस जारी किया। सचिव ने चेतावनी दी कि अगर कोई भी आढ़ती सीधे धान खरीदता पाया गया तो उसका गेट पास नहीं काटा जाएगा और उस पर जुर्माना लगाते हुए लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।

फतेहाबाद की मण्डियों में इन दिनों धान की भारी आवक हो रही है। मार्किट कमेटी के कर्मचारी, राइस शैलर के परचेजर व पक्का आढ़ती एसोसिएशन के लोग बोली के माध्यम से धान खरीदते हैं तो एक दिन में 25 से 30 हजार बोरी ही धान की खरीद हो पाती है। इसके चलते मार्किट कमेटी व आढ़तियों ने परचेजर के साथ सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक बोली के माध्यम से धान खरीद करने का सिस्टम बनाया हुआ है। दोपहर बाद परचेजर धान की ढेरियों के सीधे भाव लगाकर धान खरीद रहे हैं। किसानों का कहना है कि जो धान बोली पर बिकता है उसके दाम ठीक लगते हैं, यानि कि बोली पर 3 से 4 खरीददार होते हैं। उसके बाद एक परचेजर ढेरी के दाम लगाता है जोकि बोली से 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल कम होते हैं। इसी विरोध में किसान सोमवार दोपहर बाद मार्किट कमेटी कार्यालय में पहंुच गए और रोष जताया। किसानों ने मार्किट कमेटी सचिव के कार्यालय को घेर लिया। किसानों के विरोध की सूचना मिलते ही व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भादू व मार्किट कमेटी सचिव विकास सेतिया ने किसानों से बातचीत की। किसानों के मानने पर सचिव ने राइस शैलर के परचेजरों व आढ़तियों को मौके पर बुलाया और उन्हें बताया कि किसान चाहते हैं कि सुबह 9 से लेकर दोपहर 2 बजे तक धान की खरीद बोली के माध्यम से की जाए और उसके बाद सीधे भाव लगाए जाएं ताकि किसान भावों से संतुष्ट हो सके।

किसानों ने बताया कि अनेक आढ़ती सीधे धान खरीदकर साथ-साथ राइस शैलर में भेज रहे हैं। मार्किट कमेटी सचिव ने जांच पड़ताल में पाया कि मण्डी की एक फर्म दीवान चंद राजेन्द्र कुमार ने सीधे धान खरीदा है। इस पर मार्किट कमेटी द्वारा फर्म को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जवाब न देने पर 10 हजार रुपये जुर्माना व लाइसेंस भी रद्द करने का प्रावधान है। इस सबके बाद किसान शांत हुए।

किसानों, आढ़तियों व परचेजरों की बैठक में यह फैसला हुआ है कि सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक धान की बोली होगी। उसके बाद ही कोई परचेजर धान की सीधे खरीद कर सकता है। अगर कोई इस अवधि में सीधे खरीदते पाया गया तो उसके गेट पास नहीं काटे जाएंगे वहीं नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा। - विकास सेतिया, सचिव मार्किट कमेटी

किसान पिछले कई दिनों से सीधे धान खरीदने का विरोध कर रहे हैं। दरअसल सीधे धान खरीदने से किसान को प्रति क्विंटल 200 से 300 रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। परचेजर बोली से कम दाम पर धान खरीदते हैं। अब फैसला हुआ है कि दोपहर 2 बजे तक बोली होगी। तब तक कोई आढ़ती धान की सीधी खरीद नहीं कर पाएगा। - जगदीश भादू, प्रधान व्यापार मंडल

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