Mera Pani Meri Virasat Yojana : हरियाणा सरकार की इस योजना में किसानों को 7000 रुपये प्रति एकड़ का मिलेगा लाभ

हरिभूमि न्यूज. अंबाला
हरियाणा सरकार द्वारा धान की फसल को वैकल्पिक फसलों जैसे कपास, मक्का, अरहर, मूंग, मोठ, उड़द, सोयाबीन, ग्वार, तिल, मुंगफली, फल व सब्जियां, खरीफ प्याज व खरीफ चारा द्वारा विविधिकरण करने के लिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना शुभांरभ किया है।
यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक डॉ. गिरीश नागपाल ने देते हुए बताया कि किसान अपने पिछले साल बोये गए धान के क्षेत्र को उपरलिखित वैकल्पिक फसलों में बदल सकता है। फसल विविधिकरण करने वाले किसानों को 7000/- रुपये प्रति एकड़ की दर से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। स्कीम के तहत किसान द्वारा पिछले साल बोई गई धान के खेत को खरीफ 2021 में खाली रखने पर भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि खरीफ फसल 2020 में मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलें बोने वाले किसान यदि इस साल भी धान के स्थान पर वैकल्पिक फसल लेता है तो किसान उक्त वित्तीय सहायता का हकदार होगा। उक्त योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
उक्त योजना के तहत धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलें बोने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा होने पर किसानों के हिस्से की राशि का वहन भी सरकार द्वारा किया जाएगा। इसके अतिरक्ति यदि उपरलिखित वैकल्पिक फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भारत सरकार द्वारा नर्धिारित किया जाता है तो उक्त फसलों की खरीद हरियाणा सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी। उन्होंने किसान भाइयों से अनुरोध किया है कि भूमिगत जल के संरक्षण हेतू धान के स्थान पर अन्य वैकल्पिक फसलें बोने के लिए मेरा पानी मेरी विरासत पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाएं।
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