किसानों का इंतजार खत्म : जल्द मिलेगी फसल खराबे की मुआवजा राशि, सभी जिलों की रिपोर्ट तैयार

चंडीगढ़। हरियाणा के जिन जिलों में नरमा और कपास में सुंडी लग जाने के कारण नुकसान हुआ है, इसके अलावा ओलावृष्टि व बारिश में हुई फसल खराबे के मुआवजे की इंतजार कर रहे किसानों को जल्द ही यह राशि सीधे उनके खातों में भेजी जाएगी। इसके लिए जिलों से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक होमवर्क पूरा हो चुका है, अर्थात जिलों से रिपोर्ट तैयार कर भेजी जा चुकी है। इक्का-दुक्का जिलों की रिपोर्ट आनी बाकी है, जिसके आते ही किसानों के खातों में सीधे ही राशि डाल दी जाएगी।
नरमा कपास में सुंडी और मौसम की खराबी से प्रभावित किसानों की मदद को लेकर हरियाणा सीएम मनोहर ने जल्द से जल्द मुआवजा भेजने का आदेश दिया है। कपास की फसल सुंडी से खराब होने और मौसम की मार ओलावृष्टि बारिश के कारण फसल खराबे से प्रभावित किसानों को आर्थिक मदद के लिए जिलेवार मुआवजे की राशि जल्द जारी होगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आला अफसरों को जल्द राशि जारी करने का आदेश दिया है। कुल मिलाकर 10 दिनों के अंदर किसानों को लगभग 350 करोड़ की राशि का वितरण होगा। इस संबंध में हरियाणा सरकार के राजस्व विभाग की टीमों ने विभिन्न जिलों में जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर फसल खराबे को लेकर जांच पड़ताल व आकलन कर लिया है। जिसके बाद में रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश मुख्यालय को भेजी जा चुकी है, अब प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि जारी करने के लिए होमवर्क पूरा कर सीधे ही राशि डीबीटी करने की दिशा में प्रक्रिया आगे बढ़ रही है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस संबंध में आला अफसरों को यह राशि जल्द से जल्द जारी करने का आदेश भी दिया है। हरियाणा प्रदेश के राजस्व विभाग एवं आपदा प्रबंधन के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि हमने राज्य के सभी जिलों से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी थी, जो आ गई है जिलों में अधिकांश फसल का खराबा नरमा और कपास की फसल में सुंडी लग जाने के कारण हुआ है। इसके अलावा कई जिलों में ओलावृष्टि भारी बारिश हवा के कारण नुकसान से हुआ।
प्रदेश में साढ़े तीन लाख एकड़ भूमि में फसल खराब
एसीेएस दास ने साफ कर दिया है कि किसानों को दिया जाने वाली मुआवजे की राशि डीवीडी के जरिए सीधे उनके खातों को भेजी जाएगी इसलिए जिला प्रशासन पीड़ित किसानों के खाता नंबर और उनके कागजात की वैरिफिकेशन का काम जल्द से जल्द निपटाने में लगा है, बताया गया है कि हरियाणा प्रदेश में साढ़े तीन लाख एकड़ भूमि में फसल खराब हुई है। इस क्रम में बात करें, तो सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों के अंदर भिवानी है, जहां पर 2 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन पर नुकसान हुआ है, इसमें 97 हजार एकड़ लगभग कपास वाला क्षेत्र है, 98 हजार के लगभग मूंग है और 411 हजार एकड़ बाजरा है, सबसे कम 5 एकड़ में गन्ने का क्षेत्र बताया गया है। इसी तरह से जिला रोहतक में एक लाख एकड़ के आसपास एकड़ जमीन पर फसल खराब हुई है, जिसमें मुख्य तौर पर बाजरा और गन्ना मूंग की खराबी हुई है।
सोनीपत में 12 हजार एकड़ में फसल खराब हुई है, इसमें भी धान, कपास, बाजरा, मूंग और गन्ने की फसलें शामिल हैं।इसी प्रकार चरखी दादरी में भी फसल खराबा हुआ है लेकिन रिपोर्ट शामिल नहीं हुई है। झज्जर जिले की की बात करें, तो वहां पर भारी नुकसान हुआ है। इस जिले में भी जिसमें बाजरा धान और गन्ना, मूंग इस प्रकार की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। पलवल जिले में भी 550 एकड़ लगभग भूमि में फसल खराबा हुआ है, इसमें भी बाजरा, मूंग और धान, गन्ना, धान आदि की फसलों ज्यादा प्रभाव है। नूंह इलाके में दो सौ एकड़ से ज्यादा में फसल खराब बताई जा रही है, जहां पर कपास धान इसी प्रकार करनाल में भी फसल की खराबी हुई यहां पर धान, मूंग और कुछ अन्य फसलों में नुकसान ज्यादा बताया जा रहा है।
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