Fatehabad : हिसार नारकोटिक्स के इंस्पेक्टर पवन सहित 7 पुलिस वालों पर हत्या का मामला दर्ज

- पुलिस कस्टडी में मारे गए हरपाल बिश्नोई मामले में हुई कार्रवाई
- परिजनों की चेतावनी, कार्रवाई नहीं हुई तो दोबारा दिया जाएगा धरना
Fatehabad : पुलिस कस्टडी में मारे गए गांव नाढोडी निवासी हरपाल बिश्नोई के मामले में मंगलवार को हिसार सदर थाना पुलिस ने नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के इंस्पेक्टर पवन कुमार, एएसआई जसबीर, एएसआई हेमराज सहित 7 पुलिस कर्मचारियों पर हत्या का मामला दर्ज किया। मामला दर्ज होने के बाद फतेहाबाद में डीसी-एसपी निवास के बाहर धरने पर बैठे समाज के लोगों के बीच विधायक दुड़ाराम पहुंचे और आश्वासन दिया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। विधायक के आश्वासन के बाद बिश्नोई समाज के लोगों ने एक बार धरना स्थगित कर दिया और रोहतक से शव को लाकर बिश्नोई रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर दिया। मृतक के परिजनों ने चेतावनी दी कि अगर इस मामले में जल्द आरोपियों पर सख्त कार्यवाही नहीं हुई तो वे दोबारा धरना शुरू कर देंगे।
जानकारी अनुसार हिसार पुलिस की नारकोटिक सैल की टीम एक जुलाई को फतेहाबाद के गांव नाढोडी निवासी हरपाल बिश्नोई को अफीम तस्करी के नाम पर घर से उठा कर ले गई थी। आरोप है कि पुलिस कर्मचारियों ने उसके साथ अवैध रूप से मारपीट कर 20 लाख रुपए की मांग की। पैसे न देने पर उसे पानी में डूबोया गया, इस दौरान वह कोमा में चला गया। उसके बावजूद उसे हिसार के सीएमसी अस्पताल में भर्ती नहीं करवाया और परिजनों को सूचना तक नहीं दी गई। आखिरकार 31 अगस्त को उसकी पुलिस कस्टडी में ही मौत हो गई। इस मामले में रोहतक में प्रदर्शन करने के बाद रविवार से 20 से अधिक गांवों के लोगों ने फतेहाबाद में डीसी-एसपी निवास के बाहर धरना शुरू कर दिया था। पुलिस का कहना था कि झारखंड निवासी रवि रंजन नामक युवक हरपाल थापन उर्फ बिश्नोई को 5 किलो 800 ग्राम अफीम देकर गया है और उसकी रिकवरी करनी है।
दो जुलाई की सुबह परिवार के पास एएसआई हेमराज नारकोटिक्स सेल का फोन आया और कहा कि हरपाल सिंह को पुलिस ने पकड़ लिया है और रोहतक अर्बन स्टेट थाने में है। परिवार को रोहतक में मिलने नहीं दिया गया। कोर्ट के गेट पर हरपाल सिंह ने अपनी पत्नी को कहा था कि ये लोग पीट रहे है और उसे मार देंगे। 15-20 लाख रुपये का इंतजाम कर लो नहीं तो मुझे पीट कर व पानी में डुबोकर मार देंगे। इसके बाद वो ही हुआ पैसों के लिए हरपाल सिंह को इतना मारा गया कि उसका ब्रेन हेमरेज हो गया और वह कोमा में चला गया जिसकी 31 अगस्त को मौत हो गई।
विधायक ने सीएम से की बात तो रात को पुलिस वालों पर दर्ज हुआ केस
रविवार से परिजनों ने न्याय की मांग को लेकर फतेहाबाद के डीसी-एसपी निवास के बाहर धरना लगा दिया। फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री से बातचीत करने के बाद सोमवार देर रात को हिसार पुलिस ने मृतक हरपाल की पत्नी सुमन की शिकायत पर नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के इंस्पैक्टर पवन कुमार, एचसी नवीन कुमार, एएसआई जसबीर जींद, सिपाही प्रमोद कुमार, सिपाही राजबीर दादरी, सिपाही राजेश हांसी, सहायक उपनिरीक्षक हेमराज रोहतक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। विधायक दुड़ाराम ने धरनास्थल पर समाज के लोगों को बताया कि सीएम के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज हुआ है। इस मामले में कुलदीप बिश्नोई ने भी सीएम को फोन किए थे।
इंस्पेक्टर पवन पर वर्दी में अवैध वसूली के आरोप
मृतक के परिजनों ने विधायक को सीएम व मानवाधिकार आयोग के नाम मांग पत्र भी सौंपा। इसमें मृतक की पत्नी सुमन ने बताया कि सभी सातों पुलिस कर्मचारियों ने मिलकर उसके पति को अमानवीय तरीके से पुलिस हिरासत में मारा है। इससे पहले ही इंस्पेक्टर पवन अनेक ऐसी घटनाओं को अंजाम दे चुका है और उस पर कोर्ट ने जांच के आदेश भी दे रखे हैं लेकिन आज तक जांच नहीं हुई। आरोपी रसूखदार है और इस मामले में भी जांच को प्रभावित करेंगे, इसलिए सभी को तुरंत सस्पेंड करके गिरफ्तार किया जाए। पीड़िता सुमन का कहना है कि हिसार सीएमसी के डॉ. साहिल पोपली ने पुलिस का सहयोग किया है और उसने तमाम तथ्य मिटा दिए। डॉ. पोपली के खिलाफ भी केस दर्ज किया जाए। सभी दोषियों के खिलाफ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में हिसार से बाहर एसआईटी गठित करके जांच करवाई जाए।
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