नारनौल : भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़, दो आरोपित गिरफ्तार

नारनौल : भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड़, दो आरोपित गिरफ्तार
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गिरोह को पकडऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक फर्जी ग्राहक तथा एक केयर टेकर तैयार की तथा उसे भ्रूण लिंग जांच करवाने के लिए 30 हजार रुपए दिए वह उनकी बताई हुई जगह पर पहुंच गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम तथा पुलिस ने मिलकर उस गिरोह को रंगे हाथों पकड़ लिया।

हरिभूमि न्यूज : नारनौल

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस विभाग के साथ मिलकर भ्रूण लिंग जांच (Gender check) करने वाले गिरोह को पकड़ा है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार (Arrested) करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। सिविल सर्जन-कम-चैयरमैन जिला समुचित प्राधिकरण डाॅ. अशोक कुमार को गत दिवस गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग नारनौल के आसपास के क्षेत्र में गाड़ी में भ्रूण लिंग जांच कर रहे हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए जिला समुचित प्राधिकरण नारनौल ने एक टीम का गठन किया। इस टीम मेें डा अरूण कालरा, उप सिविल सर्जन (पीएनडीटी), डीसीओ डा हेमंत ग्रोवर, अतिरिक्त सीनियर मेडिकल ऑफिसर डाॅ. हर्ष चौहान व कार्यालय सिविल सर्जन से संजीव शामिल थे।

सिविल सर्जन ने बताया कि इन भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह को पकड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक फर्जी ग्राहक तथा एक केयर टेकर तैयार की तथा उसे भ्रूण लिंग जांच करवाने के लिए 30 हजार रुपये दिए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जितेंद्र निवासी निहालपुरा से मोबाइल से संपर्क किया जिसने भुंगारका गांव के खेतों मे राजस्थान बॉर्डर के पास आने को कहा। स्वास्थ्य विभाग की डिकॉय पेशेंट तथा एक केयर टेकर 30 हजार रुपए लेकर भुंगारका गांव के खेतों मे राजस्थान बॉर्डर की तरफ गाड़ी में उनकी बताई हुई जगह पर पहुंच गई। वहीं पर गाड़ी में लिटाकर भ्रूण लिंग जांच किया और 30 हजार रुपये ले लिए और कहा कि हम आपको एक घंटे में फोन पर बताएंगे कि आपके पेट में लड़का है या लड़की। पीछे-पीछे स्वास्थ्य विभाग की टीम भी नांगल चौधरी पुलिस के साथ वहां पर पहुंच गई। डिकॉय पेशेंट का इशारा मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम तथा पुलिस ने मिलकर उस गिरोह को रंगे हाथों पकड़ लिया। जो जितेन्द्र निवासी निहालपुरा व विनोद निवासी हमीदपुर (गुप्ता अस्पताल नारनौल में ओटीए हैं)

रेडिंग टीम ने मौके से एक वायरलैस प्रोब जो कि वाई फाई से कनैक्ट होकर मोबाइल फोन पर ईमेज भेजता है, तीन मोबाइल फोन, एक जैली बोटल, 30 हजार रुपए नकद जो रेडिंग टीम द्वारा डिकॉय पेशेंट को दिए गए थे। एक कार आई 20 आरजे 02 सीई-3421, व्हाट्सएप चैटिंग जिसमें भ्रूण लिंग जांच के साक्ष्य मौजूद हैं उन्हें मौके से बरामद की।

इस गिरोह को पकड़ने में डीपीएम संदीप कुमार, जिला आशा कोर्डिनेटर सुनीता, नांगल चौधरी ब्लॉक आशा कोर्डिनेटर सुभाष सिंह, आशा वर्कर मुनेश व पुलिस विभाग की टीम का पूरा सहयोग रहा। बाद में देर रात तक चली कार्यवाही के बाद दोनों आरोपितों व बरामद सामान को पुलिस के हवाले कर दिया।

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