कार के अंदर नकली अल्ट्रासाउंड कर भ्रूण लिंग जांच के नाम पर लोगों को ठगते थे, ऐसे खुला राज

हरिभूमि न्यूज. झज्जर
कार के अंदर अल्ट्रासाउंड कर भ्रूण लिंग जांच के जाल में फंसाकर लोगों से रुपये ऐंठने वाले एक गिरोह को पकड़ने में स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सफलता हासिल की है। हालांकि भ्रूण लिंग जांच करने वाले कथित डाक्टर व सहायक के कब्जे से किसी प्रकार की अल्ट्रासाउंड मशीन व दस्तावेज बरामद नहीं हो पाए। आरोपितों के कब्जे से आलू छीलने वाले छिल्लर पर न्यूमेरिक फोन के साथ कनेक्ट वायर बरामद हुई है। गिरोह के सदस्य इन्हीं चीजों का सहारे भोले-भाले ग्राहकों को भ्रूण लिंग जांच का झांसा देकर अपने जाल में फंसा कर मोटी रकम वसूला करते थे।
पीएनडीटी टीम की नोडल अधिकारी डॉक्टर ममता ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि भ्रूण लिंग जांच करने वाला एक गिरोह मोटी रकम की एवज में कार के अंदर ही अल्ट्रासाउंड कर इस कार्य को अंजाम देता है। सूचना मिलने पर उन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया तथा इसके लिए एक फर्जी महिला ग्राहक भी तैयार की गई। डॉक्टर ममता के अनुसार फिर भ्रूण लिंग जांच करने वाले लोगों से संपर्क साधा गया तो उन्होंने जांच की एवज में 65 हजार रुपये की मांग की तथा रेवाड़ी रोड पर बुलाया गया। उसके बाद फर्जी ग्राहक को तैयार कर 65 हजार रुपये चिन्हित करके उसके हाथ में थमा दिए। उन्होंने बताया कि उसके बाद एक व्यक्ति जिसकी पहचान जगदीप के रूप में हुई, फर्जी महिला ग्राहक को अपनी गाड़ी में माछरौली- कुलाना से होते हुए रेवाड़ी बस स्टैंड पर ले गया। बस स्टैंड गेट पर डिकोय को गाड़ी से उतार दिया। इस दौरान पीएनडीटी टीम उनका लगातार पीछा करती रही। आरोपित ने डिकोय को बस स्टैंड के अंदर भेजते हुए कहा कि अंदर कोई व्यक्ति उससे स्वयं संपर्क कर लेगा। इसके बाद एक व्यक्ति आया और डिकोय को अपनी गाड़ी में बैठाकर थोड़ी दूरी पर ब्रास मॉर्किट के पीछे ले गया। डिकोय ने बताया कि गाड़ी वाले ने उससे 65 हजार रूपये ले लिए और किसी छोटी सी मशीन से उसका अल्ट्रासाऊंड किया।
जब डिकोय ने रिपोर्ट बारे पूछा तो आरोपित ने कहा कि जिसके माध्यम से आप आए थे रिपोर्ट वही बता देगा। इसी के साथ उसने 65 हजार रुपयों में कुछ रुपये उसे देते हुए कहा कि ये रिपोर्ट बताने वाले को दे देना। बाद में जब जगदीप से संपर्क साधा गया तो उसने उन्हें माछरौली गांव के कहाड़ी रोड पर बुलाया। जब कहाड़ी रोड पर डिकोय पहुंची तो वहां जगदीप ने उससे रुपये लेते हुए गर्भ में लड़का होने की सूचना दी। जिसके बाद डिकोय का इशारा मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के साथ पहुंची पुलिस टीम ने जगदीप को काबू कर लिया। इसके बाद घटना के मुख्य आरोपित प्रदीप को भी काबू कर लिया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा आरोपित प्रदीप के कब्जे से नकली मशीन व एक न्यूमैरिक फोन बरामद किया गया। मुख्य आरोपित को अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है।
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