नारनौल में पांच स्थानों पर लगी आग

नारनौल में पांच स्थानों पर लगी आग
X
करीब 2 घंटे तक आग पर पानी बरसा काबू पाया, लेकिन तब तक दुकान (shop) में रखे साड़ी-सूट व अन्य सामान जल कर खराब हो चुका था। वहीं दिवाली के दूसरे दिन रविवार को भी नांगल चौधरी में आगजनी की एक और बढ़ी घटना हुई।

हरिभूमि न्यूज, नारनौल। दिवाली पर्व पर क्षेत्र में 5 स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुई। दिवाली पर्व पर आगजनी की सबसे पहली घटना कस्बा नांगल चौधरी में हुई। नांगल चौधरी में देर रात साढ़े 11 बजे उर्मिला देवी (Urmila Devi) पत्नी जोगेंद्र सिंह की सूट-साड़ी की दुकान में बिजली के शार्ट-सर्किट से आग लग गई।

देर रात करीब 11:45 बजे वहां से गुजर रहे किसी व्यक्ति ने दुकान के अंदर से धुंआ निकलती देखी तो उसने इसकी जानकारी आसपास के लोगों तथा फायर ब्रिगेड के 101 नंबर पर दी। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड विभाग के कर्मचारियों ने तत्परता से वहां पहुंच कड़ी मशक्कत कर बड़ी मुश्किल से शटर को खोल कर आग बुझाने का कार्य शुरु किया।

करीब 2 घंटे तक आग पर पानी बरसा काबू पाया, लेकिन तब तक दुकान में रखे साड़ी-सूट व अन्य सामान जल कर खराब हो चुका था। वहीं दिवाली के दूसरे दिन रविवार को भी नांगल चौधरी में आगजनी की एक और बढ़ी घटना हुई। जिसमें शार्ट-सर्किट के कारण एक इनवेटर बैटरी की दुकान में आग लग गई। जिससे दुकानदार को करीब 25 लाख रुपए का नुकसान हो गया।

फाय्दुकान मालिक के अनुसार आग लगने से उसका करीब 18 से 20 लाख रुपए का नुकसान हो गया। इसके अलावा दिवाली पर्व पर आतिशबाजी के दौरान गांव बेवल में पशुचारे (कड़बी) में आग लग गई। नारनौल अग्निशमन केंद्र पर फायर ब्रिगेड वाहन की कमी के चलते वहां महेंद्रगढ़ से गाड़ी बुला कर आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक कड़बी का ढेर जल चुका था।

इसके अलावा अटेली के निकट कड़बी के ढेर में आग लग गई। सूचना मिलने पर यहां भी महेंद्रगढ़ से गाड़ी बुलाई गई। सूचना मिलने फायर ब्रिगेड कर्मियों ने तुरंत मौके पर पहुंच आग पर काबू पाकर फैलने से रोका। इसके अलावा गांव दौचाना व दिल्ली की ढाणी में भी आतिशबाजी के दौरान आग की चिंगारी करने से घास-फूस में आग लग गई।

स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी फायर ब्रिगेड कर्मियों को दी। फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने तुरंत मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार फायर ब्रिगेड कर्मचारी तत्परता से आग पर काबू नहीं पाते से आग फैल सकती थी। इससे बड़ा नुकसान भी हो सकता था।




Tags

Next Story