हरियाणा का पहला कॉलेज जहां 1968 से जियोलॉजी विषय पढ़ाया जा रहा, और भी जानें

हरिभूमि न्यूज : नारनौल
भू-गर्भ विज्ञान (जियोलॉजी) की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध है। परंतु जानकारी के अभाव में ज्यादातर छात्र-छात्राओं को इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है। जिसके चलते वे इस संकाय में पढ़ाई नहीं कर पाए रहे है। जिसका मुख्य कारण इस विषय को स्कूल स्तर पर न पढ़ाया जाना है। ऐसे में पीजी कॉलेज में इस संकाय में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए एक अच्छा अवसर है। इसके लिए इच्छुक विद्यार्थी 7 दिसंबर तक पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
बता दें कि भू-गर्भ विज्ञान (जियोलॉजी) एक ऐसा विषय हैं, जिसके बारे में विद्यार्थियों को कम जानकारी होती हैं, क्योंकि यह विषय हरियाणा में स्कूल स्तर पर नहीं पढ़ाया जाता। परंतु दक्षिण हरियाणा में स्थित राजकीय महाविद्यालय नारनौल में दाखिला लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। जिसके तहत वे स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर भू-गर्भ विज्ञान (जियोलॉजी) विषय की पढ़ाई कर सकते हैं।
विभागाध्यक्षा मैडम रेखा पूनिया ने बताया कि जियोलॉजी के प्रति छात्रों के बढ़ते रूझान को देखकर इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय ने इस साल एमएससी (एमएससी) जियोलॉजी करने के लिए बीएससी (बीएससी) में जियोलॉजी की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। विज्ञान संकाय से स्नातक कोई भी छात्र इस विषय में एमएससी कर सकता है। विभाग के सहायक प्राध्यापक जयपाल सिंह ने बताया कि राजकीय महाविद्यालय नारनौल के जियोलॉजी विभाग में एमएससी (एमएससी) की दस व बीएससी (बीएससी) के लिए 80 सीट निर्धारित है। साथ ही उन्होंने बताया कि जियोलॉजी विभाग को 2019 में हुए इंटरनेशनल अर्थ साइंस ओलंपियाड का परीक्षा केंद्र बनाया गया था। जिसमें महेन्द्रगढ़ जिले के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और उनको जियोलॉजी विषय के बारे में जानने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि समय के साथ इस विषय के बारे में जागरूकता एवं रोजगार के अवसर भी दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में माइनिंग एवं जियोलॉजी विभाग हरियाणा की तरफ से माइनिंग इंस्पेक्टर की 32 पोस्ट्स के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए है।
यह मिल सकते है रोजगार के अवसर
इस विभाग के पूर्व छात्र देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई), ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी), सेंट्रल ग्राउंडवाटर बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी), स्टेट ग्राउंडवाटर बोर्ड, वाडिआ इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी (डब्ल्यूआईएचजी), हरियाणा लोक सेवा संघ (एचपीएससी), सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन), खनन विभाग, कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल), हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) व विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में कार्यरत हैं। यहां अवसर मिल सकता है।
7 दिसंबर तक करें ऑनलाइन आवेदन
महाविद्यालय में ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया के नोडल अधिकारी डा. सतीश सैनी ने बताया कि प्रदेश के महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर के लिए ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया जारी हैं। जिसके लिए इच्छुक छात्र-छात्राएं 7 दिसंबर तक उच्चतर शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट डीएचईएडीएमआईएसएसआईओएनएस डॉट एनआईसी डॉट इन पर आवेदन कर सकते हैं।
हरियाणा का एक मात्र महाविद्यालय
पीजी कॉलेज के उप प्राचार्य डा. जगमेश जाखड़ ने बताया कि राजकीय महाविद्यालय नारनौल हरियाणा का एकमात्र ऐसा महाविद्यालय है, जहां 1968 से स्नातक व 1977 से स्नातकोत्तर स्तर पर भू-गर्भ विज्ञान (जियोलॉजी) विषय पढ़ाया जा रहा है।
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