ऐतिहासिक श्री तीर्थ में हो रहा है मछली पालन, सीएम विंडो में शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई

ऐतिहासिक श्री तीर्थ में हो रहा है मछली पालन, सीएम विंडो में शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई
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11जुलाई 2017 को श्री तीर्थ की जमीन को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (Kurukshetra Development Board) को हसतांत्रित किया गया था। जिसके बावजूद भी ग्राम पंचायत द्वारा उक्त तीर्थ को ठेकेदार को मछली पालन के लिए ठेके पर दिया गया है। ग्रामीणों ने कडी कार्यवाही करने व तीर्थ की जमीन का ठेका निरस्त करने की मांग की है।

हरिभूमि न्यूज. राजौंद (कैथल)

गांव कसान के श्री तीर्थ में मछली पालन से खपा ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए प्रशासन से कार्रवाई करने कई मांग की है। ग्रामीणों ने कहा की इस मामले को लेकर ग्रामीण ईश्वर सिंह ने डाक के माध्यम से प्रशासन को शिकायत भेजी थी सीएम विंडो पर भी शिकायत दर्ज करवाई गईं थी। जिस पर संज्ञान लेते हुए खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यलय में बुलाकर शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए गए थे लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

ग्रामीण ईश्वर सिंह, हवा सिंह, रामकुमार, रघुवीर, महेंद्र, दलीप, बलजीत, राजेश, दिलबाग, ओमप्रकाश, सतबीर मास्टर, मांगे राम प्रजापत, सुरेन्द्र, सुखी राम, प्रदीप, किशन जोरा वाल्मीकि, रामफ ल, पाला राम आदि बताया की 11जुलाई 2017 को श्री तीर्थ की जमीन को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड को हसतांत्रित किया गया था। जिसके बावजूद भी ग्राम पंचायत द्वारा उक्त तीर्थ को ठेकेदार को मछली पालन के लिए ठेके पर दिया गया है। ग्रामीणों ने कड़ी कार्रवाई करने व तीर्थ की जमीन का ठेका निरस्त करने की मांग की है।

गांव के सरपंच दिलबाग सिंह ने बताया की जब तालाब का ठेका मछली पालन के लिए दिया गया था तब तक कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा तीर्थ के विकास को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया था। ठेकेदार द्वारा ठेके की राशी की पहली किश्त भी जमा करवा दी गई थी। मछली पालन का काम भी शुरू नहीं कर पाया था। उन्होंने बताया की श्री तीर्थ के तालाब को ठेके पर देने की प्रक्रिया पूर्ण रूप सरकार व प्रशासन के दिशा निर्देशों के तहत की गई थी।



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