Haryana Roadways : जींद डिपो में पांच, 25 और 30 रुपये टिकटें खत्म, परिचालक हो रहे परेशान

जींद डिपो के परिचालकों को टिकटों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। डिपो में पांच, 25 और 30 रुपये टिकटें खत्म हैं। ऐसे में बसों में टिकट काटते समय परिचालकों को परेशानी आ रही है। 25 रुपये की टिकट के लिए 15 की और 10 रुपये की टिकट कंबाइन कर काटनी पड़ती है तो 30 रुपये की टिकट के लिए भी 10-10 रुपये की तीन टिकटों को कंबाइन करना पड़ रहा है। इससे एक तो गड़बड़ी होने की आशंका रहती है, जिससे परिचालक को नुकसान हो जाता है तो वहीं कई बार यात्री भी इस पर ऐतराज करते हैं। कई-कई टिकटों से यात्री भी परेशान हो चुके हैं। डिपो महाप्रबंधक अशोक कौशिक का कहना है कि शीघ्र ही इस परेशानी को दूर कर दिया जाएगा।
जींद डिपो में करीब 140 ई-टिकटिंग मशीनें मिलनी थी लेकिन एक भी मशीन उपलब्ध नहीं हो पाई है। हालांकि ट्रायल के तौर पर कुछ जिलों में इन मशीनों से टिकट काटी जा रही हैं। जींद डिपो में न तो ई-टिकटिंग मशीनें आ पाई है और मैनुअल टिकटों की भी कमी हो गई है। हालांकि ई-टिकटिंग मशीनों के लिए 10 साल पहले प्रक्रिया शुरू हुई थी। नौ सालों तक यह योजना आगे नहीं बढ़ पाई। पिछले साल दिसंबर में इस योजना पर काम शुरू हुआ है। विभाग को उम्मीद थी कि जल्द ही सभी डिपो को यह मशीनें मिल जाएंगी इसलिए टिकटों की छपाई को रोक दिया गया। अब न तो ई-टिकटिंग मशीनें मिल पा रही हैं और मैनुअल टिकटों का भी संकट खड़ा हो गया है। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के रा'य उपप्रधान संदीप रंगा ने कहा कि टिकटों की कमी से परिचालकों को परेशानी आ रही है। जब तक सभी परिचालकों के हाथों में ई-टिकटिंग मशीनें नहीं आ जाती तब तक मैनुअल टिकटों की कमी नहीं होनी चाहिए।
परिचालकों को नहीं आने दी जाएगी परेशानी : जीएम
जींद डिपो के महाप्रबंधक अशोक कौशिक ने कहा कि टिकटों का 15-15 दिन का स्टॉक आता है। इसलिए कभी ऐसा हो भी जाता है। फिर भी वो पता करवाएंगे। परिचालकों को टिकटों की कमी को लेकर कभी भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
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