रणजीत हत्याकांड में डेरा प्रमुख राम रहीम सहित पांच दोषियों को कल होगी सजा, पंचकूला में धारा 144 लागू

पूर्व डेरा प्रबंधक रणजीत सिंह हत्याकांड ( Ranjit Singh Murder Case ) मामले में पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष सीबीआई कोर्ट द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख ( Dera Sacha Sauda ) गुरमीत राम रहीम ( Gurmeet Ram Rahim ) सहित 5 दोषियों को 18 अक्टूबर को सजा सुनाई जाएगी। इस दौरान रणतीज सिंह हत्या मामले का मुख्य आरोपी गुरमीत राम रहीम रोहतक सुनारिया जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश होगा। जबकि आरोपी कृष्ण लाल, अवतार, सबदिल और जसबीर प्रत्यक्ष रूप से पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश होंगे। सीबीआई कोर्ट ने इन पांचों को आठ अक्टूबर को दोषी करार दिया था। जिसके बाद इन सभी को 12 अक्टूबर को सजा सुनाई जानी थी परंतु कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इससे पहले डेरा प्रमुख को सीबीआई कोर्ट ने 25 अगस्त 2017 को साध्वी यौन शोषण मामले में सजा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद में सिरसा निवासी पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या मामले में भी दोषी करार दिया गया था।
पंचकूला पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा ने जिले में जान व माल के नुकसान, जिले में किसी भी तरह का तनाव पैदा करने, शांति भंग करने और दंगों की आशंकाओं को देखते हुए धारा 144 लागू की है। जिसके तहत पंचकूला डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के साथ लगते सेक्टर 1,2,5,6 और संबंधित क्षेत्र में पड़ने वाले नेशनल हाईवे पर किसी भी व्यक्ति द्वारा तलवार( धार्मिक प्रतीक कृपाण के अलावा) लाठी, डंडा, लोहे की रॉड, बरछा, चाकू, गंडासी, जेली, छतरी या अन्य हथियार लेकर घूमने पर पूर्णतया प्रतिबंध है। साथ ही इन क्षेत्रों में 5 या 5 से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर भी पूर्णतया प्रतिबंध है। इसका उल्लंघन करने वाले के खिलाफ IPC की धारा 188 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
10 जुलाई 2002 को हत्या हुई थी रणजीत सिंह की हत्या
रणजीत सिंह की हत्या डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधन समिति के सदस्य रहे और कुरुक्षेत्र जिले के खानपुर कोलिया गांव के रहने वाले रणजीत सिंह की 10 जुलाई 2002 को हत्या हुई थी। वह अपने घर से कुछ ही दूरी पर जीटी रोड के साथ लगते अपने खेतों में नौकरों को चाय पिलाकर वापस घर जा रहे थे। हत्यारों ने अपनी गाड़ी जीटी रोड पर खड़ी रखी और वे धीरे से खेत से आ रहे रणजीत सिंह के पास पहुंचे और काफी नजदीक से उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया। गोलियों से भूनने के बाद हत्यारे फरार हो गए। सिरसा डेरे के प्रबंधन को यह शक था कि साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी रणजीत सिंह ने अपनी बहन से लिखवाई थी। पुलिस की जांच से असंतुष्ट होकर रणजीत के पिता ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की मांग के लिए याचिका दायर की थी। तब सीबीआई ने जांच के बाद आरोपियों पर केस दर्ज किया था और 2007 में चार्ज फ्रेम किए थे। काबिलेजिक्र है कि मामले का मुख्य आरोपी गुरमीत राम रहीम रोहतक सुनारिया जेल में 2 साध्वियों के यौन शोषण आरोप में 20 साल की सजा व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहा है।
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