STF को सफलता : पेपर सॉल्वर गैंग के पांच सदस्य और गिरफ्तार, युवाओं को गैंग से जोड़कर लेते थे कमीशन

STF को सफलता : पेपर सॉल्वर गैंग के पांच सदस्य और गिरफ्तार, युवाओं को गैंग से जोड़कर लेते थे कमीशन
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पांचों आरोपित पिपली गांव के सीबीआई कर्मी दिशांत के माध्यम से गैंग से जुड़े थे। अतुल सीपीडब्ल्यूडी कर्मी है और आकाश एसएससी सीएचएसएल की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका है।

हरिभूमि न्यूज सोनीपत

पेपर सॉल्वर गैंग के पांच आरोपितों को एसटीएफ सोनीपत ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित अतुल, आकाश, पवनजीत, रवि दहिया निवासी पिपली, अभय निवासी नौनंद रोहतक का हैं। पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश किया। जहां से उसे सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पांचों आरोपित पिपली गांव के सीबीआई कर्मी दिशांत के माध्यम से गैंग से जुड़े थे। अतुल सीपीडब्ल्यूडी कर्मी है और आकाश एसएससी सीएचएसएल की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका है। दोनों ने गैंग के सदस्यों को पैसे देकर परीक्षा उत्तीर्ण की थी। अब पांचों आरोपी गैंग के लिए अभ्यर्थी लेकर आते थे और कमीशन लेते थे।

एसटीएफ सोनीपत प्रभारी इंस्पेक्टर सतीश देशवाल ने बताया कि पानीपत में दर्ज मुकदमे में अतुल, पवनजीत, आकाश, रवि दहिया व अभय को गिरफ्तार किया गया है। पांचों को 6 अक्तूबर, 2021 को पानीपत के सेक्टर-13/17 थाना में पानीपत के सुरक्षा शाखा प्रभारी प्रमोद के बयान पर दर्ज मुकदमे में पकड़ा गया है। पेपर लीक को लेकर दर्ज किए गए मुकदमे में जांच के दौरान करीब 14 पेपर सॉल्व करने का मामला सामने आया था।

इस मामले के आरोपित हैकिंग सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से पैसे लेते हैं। यह गिरोह वर्ष 2013 से चल रहा है। इस मामले के सरगना दिल्ली पुलिस के सिपाही रोबिन के साथ ही रूस के हैकर संग मिलकर पूरी लैब हैक कराने के आरपितपलवल के गांव अतरचटा के राज सिंह उर्फ राज तेवतिया को भी काबू किया जा चुका है। मामले में अब तक 35 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एसटीएफ को पांच आरोपितों के बारे में पता लगा था कि यह कोचिंग सेंटर संचालकों व अन्य से मिलकर अभ्यर्थियों का पता लगाते थे। पेपर पास कराने के नाम पर उनसे सौदा किया जाता था। नौकरी में पद व वेतन के अनुसार तीन लाख से 15 लाख रुपये में सौदा किया जाता था।

एसटीएफ ने मामले में अतुल, पवनजीत, आकाश, रवि दहिया व अभय को गिरफ्तार किया है। पांचों आरोपित पहले गिरफ्तार आरोपित निलंबित सीबीआई कर्मी गांव पिपली निवासी दिशांत के माध्यम से गैंग से जुड़े थे। इनमें अतुल केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) कर्मी है और फिलहाल दिल्ली के रोहिणी में चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत है। वहीं आकाश भी कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की तरफ से आयोजित कंबाइंड हायर सेकेंडरी लेवल (सीएचएसएल) की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुका है। हालांकि अभी उसकी नियुक्ति नहीं हुई थी। दोनों ने गैंग के साथ जुडकऱ परीक्षा पास की थी। बाद में वह गैंग के लिए ही अभ्यर्थी लेकर आने लगे और कमीशन लेने लगे।

पांचों को पानीपत कोर्ट में पेश किया

पेपर सॉल्वर गैंग में शामिल पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया हैं। दो आरोपित गैंग से जुड़कर परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। अब पांचों गैंग के लिए अभ्यर्थी लेकर आते थे और परीक्षार्थी की नियुक्ति के अनुसार कमीशन लेते थे। एसटीएफ ने पांचों को पानीपत कोर्ट में पेश किया, जहां उन्हें जेल भेज दिया गया। - सतीश देशवाल, प्रभारी, एसटीएफ सोनीपत।

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