Hariyali Teej 2021 : पहली बार प्रशासनिक स्तर पर मनाया जाएगा हरियाली तीज का पर्व

Hariyali Teej 2021 : पहली बार प्रशासनिक स्तर पर मनाया जाएगा हरियाली तीज का पर्व
X
त्योहार आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 10 व 11 अगस्त को महम, रोहतक और सांपला सब डिविजन में मनाया जाएगा। इधर गांव खरावड़ में पंचायत की तरफ से 11 अगस्त को पर्व का रंगारंग आयोजन किया जा रहा है। जिसमें रोहतक ही नहीं अपितु प्रदेश के दूसरे हिस्सों के लोग भी शामिल रहेंगे।

हरिभूमि न्यूज:रोहतक

प्रदेश में पहली बार प्रशासनिक स्तर पर हरियाली तीज पर्व मनाया जाएगा। पंचायत विभाग की तरफ से गांवों में झूले और पींग और दूसरी व्यवस्था की जाएंगी। ताकि लोगों का भरपूर सांस्कृतिक मनाेरंजन हो। त्योहार आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 10 व 11 अगस्त को महम, रोहतक और सांपला सब डिविजन में मनाया जाएगा। इधर गांव खरावड़ में पंचायत की तरफ से 11 अगस्त को पर्व का रंगारंग आयोजन किया जा रहा है। जिसमें रोहतक ही नहीं अपितु प्रदेश के दूसरे हिस्सों के लोग भी शामिल रहेंगे।

कार्यक्रम की रूपरेखा हरियाणवी संस्कृति के ओत-प्रोत माने जाने वाले कलाकार रघुविंद्र मलिक ने तैयार की है। मलिक वर्ष 1985 से हर तीज पर कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। ऐसे में खरावड़ का कार्यक्रम भी अच्छा रहेगा। उम्मीद लगाई जा रही है कार्यक्रम में प्रशासनिक वीआईपी भी शामिल हो सकते हैं। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि गत वर्ष ही सरकार ने हरियाली तीज के राजपत्रित अवकाश को रद किया था। वर्ष 1987-88 में तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल ने तीज काे गजटेड अवकाश घोषित किया था। ताकि बहन-बेटियों को भाई झूले-झूला सकें। बताया जा रहा है कि पर्व वाले दिन चौधरी देवीलाल ने कहीं जा रहे थे, उन्हें रास्ते में बेटी और झूला दिखाई दिया। लेकिन वहां कोई झुलाने वाला नहीं था। इस पर देवीलाल ने लड़की से पूछा कि बेटी झूल क्यों नहीं रही। इस पर लड़की ने कहा कि उन्हें झुलाने भाई स्कूल में गया हूं। इस पर देवीलाल ने तुरंत आदेश जारी करवाए कि तीज पर सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। लेकिन सरकार ने वर्ष 2020 में पर्व की छुट्टी ही रद कर दी।

खुशियों का त्योहार

प्रदेश में हरियाली तीज का विशेष महत्व होता है। कहावत है कि आई होली, त्योहारों की भर ले गई झोली। आई तीज त्योहारों के बिखेर गई बीज। तीज के साथ ही त्योहारों की हुई शुरुआत फिर हाेली पर जाकर ही संपन्न होती है। तीज के बाद रक्षा बंधन, जन्माष्टमी, दशहरा, दीवाली समेत कई काफी पर्व आते हैं। तीज को जोश से मनाने के लिए मंगलवार और बुधवार को गांवों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रशासन ने जिला परिषद के सीईओ महेश कुमार को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जा चुका है। इसके अलावा संबंधित एसडीएम, संबंधित तहसीलदार और बीडीपीओ जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यक्रमों में मदद करेंगे। स्वयं सहायता समूह की सहायता से ग्रामीण मार्ट स्थापित किए जाएंगे जहां पर समूहों द्वारा तैयार फूड स्टॉल लगाए जाएंगे। यहां पर फिरनी, घेवर व अन्य मिठाइयों की दुकानें लगाई जाएंगी। रोहतक सब डिविजन गांव जिंदरान, महम के खेड़ी महम और सांपला उप मंडल के गांव भैंसरू कलां में सरकारी स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करवाए जाएंगे। इन गांवों में झूले व पींग की भी होगी व्यवस्था प्रशासन की तरफ से करवाई जाएगी। इसके अलावा सावण के पारम्परिक पकवान फिरणी, घेवर के लिए गांवों में स्टाल लगेंगी। ताकि लोग झूलने के मुंह मीठा भी कर सकें।

तैयारी अंतिम चरण में

ग्राम पंचायत खरावड़ भी 11 अगस्त को पर्व पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। हरियाणवी कलाकार रघुविंद्र मलिक ने बताया कि खरावड़ में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। पींग और पाटड़ी और हरियाणवी पकवानों की व्यवस्था कार्यक्रम में हाेगी। रोहतक से बाहर के लोग भी इस कार्यकम में शामिल होंगे। देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर गत 12 मार्च को अहमदाबाद में साबरमती आश्रम से पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर आजादी का अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया था। महोत्सव भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है।

पकवान तैयार किए जाएंगे

ग्राम पंचायत खरावड़ की तरफ से 11 अगस्त को त्योहार पर कार्यक्रम का आयोजन करवाया जा रहा है। गुलगुल, सुहाली समेत पारम्परिक पकवानों का स्वाद मेहमानों को चखाया जाएगा। - रघुविंद्र मलिक, हरियाणवी कलाकार

झूले और पींग की व्यवस्था

पर्व की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जा चुकी हैं। गांव खेड़ी महम, भैसरूकलां और जिंदराण में प्रशासन की तरफ से झूले और पींग की व्यवस्था होगी। इसके अलावा सावण के पारम्परिक पकवान की व्यवस्था इन गांवों में होगी। प्रशासन सभी प्रकार की तैयारियां कर रहा है। इस संबंध में निर्देश भी दिए गए है। -कैप्टन मनाेज कुमार, डीसी रोहतक

Tags

Next Story