हरियाणा पुलिस भर्ती में फर्जीवाड़ा : सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले युवक देते थे दूसरे का पेपर, कई सनसनीखेज खुलासे

योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़
हरियाणा पुलिस में भर्ती होने के लिए फर्जीवाड़ा करने वालों का बेहद ही बड़ा सिंडिकेट है, क्योंकि उम्मीदवार के स्थान पर परीक्षा देने के लिए जहां सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले बैठते थे, इतना हीं नहीं फिजिकल क्वालीफाई करने के लिए भी प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के खेलों की तैयारी करने वालों को मैदान में उतारा जाता था। पुलिस ने कुल मिलाकर इस तरह के दस युवाओं को धर दबोचा है, जिनसे बीती रात एसटीएफ ने लंबी पूछताछ की है, जिसमें कई सनसनीखेज जानकारी सामने आई है।
शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद में पंचकूला पुलिस, एसआईटी ने लंबी पूछताछ की है, जिसमें चौकाने वाली बात सामने यह आई है कि लिखित परीक्षा पास कराने के लिए लाखों की राशि लेकर सिविल सर्विसेज और उच्च एग्जाम की तैयारी करने वाले युवाओं को लाकर बैठा दिया जाता था। इतना ही नहीं पुलिस की फिजिकल परीक्षा पास कराने के लिए भी एथलीट और तैयारी करने वाले बेहतरीन खिलाड़ियों को शामिल कर जाता था। पंचकूला पुलिस की एसआईटी द्वारा फिलहाल पहले छह गिरफ्तारी की गई थीं, वहीं बीती शाम को चार गिरफ्तारी अन्य की गईं थी। जिनमें से दो को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया, वहीं दो को रिमांड पर लिया है। जांच पड़ताल में जुटी टीम भी पूछताछ के बाद में हैरान हैं कि किस तरह से एथलीट और अपने भविष्य के लिए सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वालों को शामिल कर लिया जाता था।
पुलिस के पास में अहम दस्तावेज, दर्जनों पर तलवार लटकी
पूरे मामले में सिंडिकेट का पता लगने के साथ ही अब दर्जनभर अन्य चेहरों पर शिकंजा कसने की तैयारी है। पुलिस की टीम ने पूछताछ के बाद में काफी अहम जानकारी जुटाई है, जिसमें हरियाणा के कईं जिलों और दिल्ली तक में बैठे युवाओं पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। कुल मिलाकर इस सिंडिकेट का मास्टर माइंड कौन है और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इस तरह की अहम जानकारी पुलिस को पड़ताल के दौरान मिली हैं। मोबाइल नंबरों की डिटेल और इसकी पड़ताल के बाद में कहानी गहरी से गहरी होती जा रही।
एचपीएससी वाले सिंडिकेट से कनेक्शन पर भी नजर
पंचकूला पुलिस की एसआईटी की नजर इस बात पर भी है कि पिछले दिनों हरियाणा लोक सेवा आयोग में करोड़ों की राशि के साथ में गिरफ्तार हुए डिप्टी सेक्रेटरी व अन्य आरोपियों के साथ में कोई कनेक्शन तो नहीं है। पुलिस ने इन लोगों के मोबाइल डिटेल, पकड़े गए युवाओं की काल डिटेल, वाट्सएप चैट, कुछ पीडीएफ फाइलों और भेजे व मंगाए गए दस्तावेजों को खंगालने का काम किया है।
लीगल विशेषज्ञ और सियासी जुगाड़ की तैयारी पहले से ही
पूरे सिंडिकेट में शामिल युवाओं द्वारा लाखों रुपये खर्च कर नौकरी चाहने वालों को तलाशा जाता था। वहीं फिजिकल और लिखित परीक्षा देने के लिए सिविल सर्विसेज व बाकी एग्जाम की तैयारी करने वालों से संपर्क साधा जाता था, इतना ही नहीं फील्ड में राष्ट्रीय खेलों की तैयारी करने वालों युवाओं, एथलीट को भी इस रैकेट में लाखों रुपये देने का लालच देकर फंसा लिया जाता था।। इसके अलावा सिंडिकेट में शामिल यह युवा इतने शातिर हैं कि कोई पचड़ा पड़ने पर जहां लीगल पहलुओं पर पहले से गौर कर लेते थे, वहीं कुछ सियासतदान से भी इनके बेहतर संबंध हैं।
गड़बड़ी के बावजूद भर्ती होने की उम्मीद लेकर पहुंचते हैं युवा
फर्जीवाड़ा कर भर्ती होने की रणनीति में शामिल युवाओं को इतना कुछ हो जाने के बाद भी भर्ती हो जाने की उम्मीद बंधी हुई है। यही कारण है कि बायोमीट्रिककिसी की, मौके पर फिजिकल किसी का और परीक्षा कोई अन्य देने वाले के बाद भी इस तरह के युवा पंचकूला परेड ग्राउंड और कमीशन के दफ्तर पर चक्कर लगाने से गुरेज नहीं करते, कुल मिलाकर कमीशन दफ्तर के बाहर पहुंचते हीटीमें सक्रिय हैं, इस तरह के तत्वों को इशारा होते ही धर दबोचा जाता है।
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