पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा ने भाजपा से दिया इस्तीफा

पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा ने भाजपा से दिया इस्तीफा
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राणा का कहना है कि प्रदेश में किसानों के हितों की रक्षा करने में भाजपा पूरी तरह फेल हो चुकी है। जिससे दुखी होकर उन्होंने पार्टी को अलविदा कहने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा जल्द ही वह अपने समर्थकों से विचार विमर्श कर किसी दल में शामिल होने की घोषणा करेंगे।

हरिभूमि न्यूज. यमुनानगर/रादौर

हरियाणा के पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं रादौर के पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा ने बुधवार को भाजपा को अलविदा कहते हुए अपनी प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से त्याग पत्र दे दिया। श्याम सिंह राणा द्वारा पार्टी छोड़ देने से रादौर में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। राणा का कहना है कि प्रदेश में किसानों के हितों की रक्षा करने में भाजपा पूरी तरह फेल हो चुकी है। जिससे दुखी होकर उन्होंने पार्टी को अलविदा कहने पर मजबूर होना पड़ा।

वर्ष 1975 में शुरू किया राजनीतिक सफर

पूर्व मुख्य संसदीय सचिव श्याम सिंह राणा ने एमरजेंसी के दौरान वर्ष 1975 में कॉलेज की पढ़ाई छोड़कर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर के मार्ग दर्शन में जनता पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान जनता पार्टी उन्हें पेहवा का मंडल अध्यक्ष, कुरुक्षेत्र का जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव व पंजाब, हिमाचल व जम्मू काश्मीर का प्रभारी बनने का गौरव प्राप्त हुआ। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चंद्रशेखर व पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के नेतृत्व में जनता दल का गठन हुआ। जिसमें उन्हें अहम पदों पर कार्य करने का मौका मिला। बाद में जनता दल दो फाड़ हो गया और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर द्वारा अपनी अलग समाजवादी पार्टी बना ली। जिसमें श्याम सिंह राणा ने स्व. चंद्रशेखर के साथ मिलकर मई 2007 तक काम किया।

भाजपा में यह रहा सफर

पूर्व मुख्य संसदीय सचिव श्याम सिंह राणा ने जून 2007 में समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वर्ष 2009 से 2014 तक लगातार छह वर्ष तक श्याम सिंह राणा भाजपा के यमुनानगर के जिला अध्यक्ष रहे। भाजपा में इन्हें प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य होने का भी गौरव मिला। वर्ष 2009 में भाजपा ने उन्हें रादौर विधानसभा का टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा। मगर उस समय रादौर में पार्टी का संगठन कमजोर होने की वजह से उन्हें कुल 13 हजार 750 वोट मिली और वह चुनाव हार गए। मगर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और रादौर में संगठन को मजबूत किया। भाजपा ने उन्हें दूसरी बार रादौर से वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में चुनाव मैदान में उतारा। इस चुनाव में श्याम सिंह राणा को 66 हजार 700 मत मिले और वह चुनाव जीत गए। बाद में उन्हें मुख्य संसदीय सचिव के पद पर आसीन किया गया।

आहत होकर दिया त्यागपत्र

श्याम सिंह राणा ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की लगातार अनदेखी की जा रही है। वहीं, केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों में कई खामियां हैं, जिनसे किसानों का अहित होना दिखाई देता है। आज किसान प्रदेश की अनाज मंडियों में अपनी धान बेचने के लिए धरने प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वह किसान है और किसानों की समस्याओं को समझता है। इसलिए उन्होंने किसानों के हितों की रक्षा नहीं होने से दुखी होकर पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने अपना त्यागपत्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ को भेज दिया गया है।

जल्द लेंगे फैंसला : श्याम सिंह राणा ने बताया कि वह अपने समर्थकों से विचार विमर्श करके जल्द ही फैसला लेंगे। जो पार्टी किसानों के हितों की रक्षा करेगी, वह उसमें शामिल होकर कार्य करेंगे।

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने रादौर के सीटिंग विधायक श्याम सिंह राणा का टिकट काटकर कर्णदेव कम्बोज को टिकट दिया था। वहीं टिकट कटने के बाद इनका ऑडियो भी हुआ वायरल हुआ था।

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