सिविल अस्पताल की रेफरल सेवा में फर्जीवाड़ा, गैर हाजिर को दिखा दिया हाजिर

सिविल अस्पताल की रेफरल सेवा में फर्जीवाड़ा, गैर हाजिर को दिखा दिया हाजिर
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जांच करने में पाया गया कि कंट्रोल रूम की मिलीभगत से हाजिरी रजिस्टर में छेड़छाड़ की गई है। ईएमटी द्वारा फर्जी तरीके से अपनी हाजिरी रजिस्टर में दर्ज करवाई गई है। अब यह जांच का विषय है कि ईएनटी के इए कृत्य में किस-किस कर्मी ने उसका साथ दिया है।

हरिभूमि न्यूज. जींद

जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल की रेफरल सेवा (102) में कर्मियों द्वारा किया जा रहा फर्जीवाड़ा रूकने का नाम नहीं ले रहा है। एक माह पहले यहां एक इमरजेंसी मेडिकल टैक्नीशियन (ईएमटी) ने नवजात बच्चे की जान पर ला दी थी और वहीं अब कंट्रोल रूम में मिलीभगत कर ईएमटी तथा ड्राइवर ने मांगी गई छुट्टी को हाजिरी रजिस्टर में पहले सीएल दिखवा दिया और बाद में उसे परेजेंट दिखा दिया। इस मामले का जैसे ही रेफरल नोडल अधिकारी डा. राजेश भोला को पता चला तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से इस पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच की। जांच करने में पाया गया कि कंट्रोल रूम की मिलीभगत से हाजिरी रजिस्टर में छेड़छाड़ की गई है। ईएमटी द्वारा फर्जी तरीके से अपनी हाजिरी रजिस्टर में दर्ज करवाई गई है। अब यह जांच का विषय है कि ईएनटी के इए कृत्य में किस-किस कर्मी ने उसका साथ दिया है। फिलहाल मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में ला दिया गया है।

यह है मामला

गांव खरकरामजी सीएचसी में नवीन ईएमटी नवीन पद पर कार्यरत है। उसने घर पर जरूरी काम होने की बात कहते हुए छुट्टी के लिए आवेदन किया था। जिस पर उसे छुट्टी दे दी गई थी। इसके बाद हेराफेरी का दौरान कंट्रोल रूम की मिलीभगत से शुरू हुआ। हाजिरी रजिस्टर में जहां नवीन की हाजिरी सीएल दिखाई जानी चाहिए थी उसे प्रेजेंट दिखा दिया गया। बाकायदा हाजिरी कॉलम में पी लिखा गया। इसी तरह एंबुलेंस चालक विरेंद्र ने भी मिलभीगत कर हाजिरी रजिस्टर में पहले अपनी सीएल को प्रेजेंट में बदल दिया। हालांकि नियमानुसार जो भी कर्मी सीएल या छुट्टी लेता है उसे लाल पेन से हाजिरी रजिस्टर में दर्ज करना होता है लेकिन यहां नियमों को ताक पर रखा गया।

ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा उजागर

नागरिक अस्पताल रेफरल सेवा के नोडल अधिकारी डा. राजेश भोला ने जब हाजिरी रजिस्टर की जांच की तो फर्जीवाड़ा उजागर हो गया। वो लगातार कर्मियों की हाजिरी व उनके कार्य पर नजर बनाए रहते हैं। जैसे ही उन्होंने हाजिरी रजिस्टर को देखा तो उन्हें स्पष्ट तौर पर सीएल को पी किया हुआ नजर आ गया। जिस पर उन्होंने तुरंत प्रभाव से फ्लीट मैनेजर दिनेश को बुलाया और इसके बारे में पूछताछ की लेकिन वो कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके।

रेफरल कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली हमेशा रही सुर्खियों में

नागरिक अस्पताल की रेफरल सेवा (102) की कार्यप्रणाली हमेशा सुर्खियों में रही है। क्योंकि यहां कार्यरत कर्मियों को लगता है किसी कार्रवाई का कोई डर नहीं है। इसलिए बेखौफ होकर लगातार लापरवाही व फर्जीवाड़ांे को अंजाम दिया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग भी किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है कि कब वो हो तो कोई कार्रवाई की जाए। अब देखना यह है कि कब सख्त कार्रवाई होगी ताकि भविष्य में फिर से ऐसी लापरवाहियां न हों।

फर्जी तरीके से मिलीभगत कर भरी गई हाजिरी : डा. भोला

रेफरल नोडल अधिकारी डा. राजेश भोला ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आते ही उन्होंने जांच की। जांच में सबकुछ सामने आ गया है कि ईएमटी व चालक ने कंट्रोल रूम कर्मियों से मिलीभगत फर्जी तरीके से हाजिरी लगाई है। इस बारे में एनएचएम उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा। जो दिशा-निर्देश होंगे उसके आधार पर आगामी कार्रवाई होगी।

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