दोस्ती पर लगा दाग : 20 लाख रुपये वापस मांगने पर दोस्त ने किया दोस्त का मर्डर, सिर में मारी पांच गोली

गुडग़ांव। दोस्त ने अपने दिए 20 लाख रुपये मांगे तो उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले में हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित से वारदात में प्रयोग की गई रिवॉल्वर, 2 जिंदा कारतूस व 1 खाली खोल बरामद कर अदालत में पेश किया। जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर पूछताछ के लिए लिया गया है। बीती 7 जून की दोपहर करीब तीन बजे लेडी फातिमा स्कूल, प्रताप नगर के निकट गुडग़ांव के मनीष भारद्वाज की उसके ही दोस्त सन्नीकांत ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सूचना मिलते ही डीसीपी दीपक सहारण, उनकी टीम सीन ऑफ क्राइम, एएफएसएल व फिंगर प्रिंट सहित घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मृतक के ड्राईवर प्रमोद कुमार उर्फ बबलू के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी।
दो घंटे साथ रहने के बाद की हत्या
जांच में सामने आया कि मनीष भारद्वाज अपने ड्राइवर प्रमोद कुमार उर्फ बबलू के साथ बोलेरो गाड़ी में सदर बाजार एसी खरीदने निकले थे। इस बीच मनीष भारद्वाज ने अपने दोस्त सन्नीकांत को भी बुला लिया। सन्नीकांत अपनी स्कूटी से न्यू कॉलोनी मोड पर आ गया था और इनके साथ ही गाड़ी में बैठ गया। मनीष व ड्राईवर आगे वाली सीट पर थे, जबकि सन्नीकांत पीछे वाली सीट पर बैठा था। दोनों करीब दो घंटे तक साथ रहे। एक इलेक्ट्रोनिक दुकान से इन्होंने एसी बुक करवाया। इस दौरान गाड़ी में मनीष भारद्वाज व सन्नीकांत आपस में पैसों के लेनदेन को लेकर बातचीत कर रहे थे। न्यू कॉलोनी मोड के पास सन्नीकांत ने मनीष भारद्वाज को न्यू कॉलोनी मोड के पास गाड़ी में ही पीछे से चार-पांच गोलियां मार दी और वहां से भाग गया।
50 घंटे के दरमियान आरोपी गिरफ्तार
एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि दिनदहाड़े दोस्त की हत्या कर फरार होने के मामले में पुलिस ने पूरी मुश्तैदी दिखाते हुए आरोपी को 50 घंटे के दरमियान धर दबौचा। सन्नीकांत को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम गठित की गई। जिसके तहत क्राइम ब्रांच सैक्टर-17, पुलिस थाना न्यू कॉलोनी, गुडग़ांव की पुलिस टीमों ने सन्नीकांत की गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों पर दबिश मारी। जिसके बाद पुलिस टीमों ने 38 वर्षीय सन्नीकांत को ईफ्को चौक, गुडग़ांव से गिरफ्तार कर लिया।
बीस लाख रुपये वापिस मांगने पर की हत्या
पूछताछ में ज्ञात हुआ कि सन्नीकांत और मनीष भारद्वाज आपस में अच्छे दोस्त थे। सन्नीकांत ने मनीष भारद्वाज ( मृतक) से करीब 20 लाख रुपए उधार लिए हुए थे। मनीष भारद्वाज जब भी उससे मिलता तो अपने बीस लाख रुपये मांगता। मनीष भारद्वाज द्वारा बार-बार अपने रुपये मांगने पर सन्नीकांत परेशान हो गया और उसने मौका पाकर उसकी हत्या कर दी।
रुपयों के चलते किया दोस्ती का कत्ल
मनीष भारद्वाज और सन्नी की दोस्ती इस कद्र प्रगाढ़ थी कि दोनों अन्य राज्यों से फर्जी तरीके से एनओसी लाकर गुडग़ांव में हथियार लाइसेंस बनवाने का काम करते थे। इस केस में ये दोनों जेल भी गए थे। फर्जी कागजात के आधार पर गन लाइसेंस बनवाने के मामले में मनीष आरोपित थे। जबकि सन्नीकांत मामले में सह-आरोपित है। लेकिन, रुपयों की खनक ने दोस्ती में दरार डाल दी। जिसके चलते सन्नी ने दोस्ती का ही कत्ल कर दिया।
होशोहवास में की थी हत्या
दो घंटे तक साथ रहने के बावजूद सन्नीकांत ने मनीष की हत्या ताव में आकर नहीं पूरे होशोहवास में की थी। मनीष ने जब सन्नी को बुलाया तो वह हत्या के ही इरादे से हथियार लेकर आया था। उसकी पस्टिल भी लोडड थी। वह स्कूटी पर आया और स्कूटी को खड़ा करके बोलेरो में मनीष के पीछे वाली सीट पर बैठ गया। दो घंटे साथ रहने के बाद न्यू कॉलोनी मोड़ पर सन्नी ने पीछे से ही मनीष के सिर में पांच गोलियां दाग दी और स्कूटी लेकर फरार हो गया।
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