हरियाणा : पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर गिरोह ने 21 अपराधियों के बना डाले फर्जी पासपोर्ट, दो पुलिसकर्मी सस्पेंड, 16 लोग गिरफ्तार

हरिभूमि न्यूज : करनाल
करनाल मे एक गिरोह ने पुलिस कर्मियों के साथ मिलीभगत करते हुए पंजाब समेत अन्य राज्यों के 21 अपराधियों के जाली पासपोर्ट बना दिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए करनाल एसपी गंगाराम पूनिया ने दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है जो कि पूरे गिरोह में शामिल थे इसके अलावा 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसमें पासपोर्ट ऑफिस के एक अधिकारी 3 अजेंट व अन्य लोग शामिल है। करनाल पुलिस ने अलग-अलग 7 एफआईआर दर्ज की हैं।
एसपी गंगाराम पुनिया ने बताया कि जानकारी मिली थी कि जो यहां के रहने वाले नहीं हैं उन्होंने करनाल जिला का फर्जी पता देकर पासपोर्ट बनवाए हैं। जांच में पाया कि 21 लोग ऐसे हैं जिन्होंने फर्जी पते पर पासपोर्ट बनाया है। सेक्टर 32-33 पुलिस थाना में 7 केस दर्ज बनवाए है। जिसमें 21 पासपोर्ट का मामला शामिल है। इनमें से 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें 2 पुलिस कर्मी, पोस्ट ऑफिस का 1 कर्मी, पासपोर्ट विभाग के कर्मी शामिल हैं।
पासपोर्ट जारी होने वालों में से 4 को करनाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 2 को पंजाब पुलिस ने पकड़ा हुआ है। उनके लिए प्रोडक्शन वारंट मांगा है। जिन लोगों के पासपोर्ट बने हैं। वो आपराधिक किस्म के आदमी हैं। इसलिए उन्होंने फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाया है।
अभी तक पासपोर्ट बनवाने वाले 21 में से 15 की पहचान कर ली गई है। अंबाला, करनाल समेत 3 एजेंट भी गिरफ्तार किए हैं। पिछले 4 सालों में जो पासपोर्ट बने हैं, उनकी जांच करवाई जा रही है। जो डीएमसी व अन्य डॉक्यूमेंट दिया गया वो फर्जी निकले हैं। एजेंट अमित की पुलिसकर्मियों व डाक विभाग के कर्मी के साथ सांठ-गांठ थी। इसी मिलीभगत में पासपोर्ट बनाए गए। सरकारी विभाग के जो भी कर्मचारी पाए गए थे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड भी किया गया है।
यह हुए गिरफ्तार
पुलिस ने 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें अधिकतर वे लोग शामिल हैं, जिन्होंने मिलीभगत से अपराधियों के पासपोर्ट बनवाए। बिना जांच के ही वेरिफिकेशन करने वाले करनाल सेक्टर 32-22 थाना के दो पुलिसकर्मी मुख्य मंशी हवलदार नवीन और छोटा मुंशी सिपाही राजेश को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को सस्पेंड भी कर दिया गया। इनके अलावा करनाल के एजेंट अमित खटकड़, उसके साथी, दिल्ली पासपोर्ट कार्यालय से अधिकारी मनीष समेत डाकिए विकास कांबोज निवासी कुंजपुरा समेत अन्य को काबू किया जा चुका है।
नकली कागजात पर बनवाते थे पासपोर्ट
माफिया के सदस्यों ने बड़ी चालाकी से पासपोर्ट के लिए बदमाशों के नाम बदल दिए गए। सभी आरोपियों को करनाल के अलग-अलग फर्जी पते का निवासी बताया गया, जबकि ऐसा कोई भी पता नहीं है। प्रति वेरिफिकेशन 20 से 25 हजार रुपए की रिश्वत लेकर थाने के मुंशी बिना जांच के ही उनकी वेरिफिकेशन रिपोर्ट सही देते रहे। इसके बाद इनको दिल्ली पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट जारी करा लिए गए। ये सभी पासपोर्ट नवंबर से लेकर दिसंबर 2021 में ही बने हैं।
इन बदमाशों के बने हैं पासपोर्ट
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पंजाब में आतंकवाद के मामलों में गिरफ्तार पवनदीप उर्फ तीता निवासी गुरदासपुर ने मेंहद्र सिंह पुत्र बलविंद्र सिंह निवासी गली नंबर 3 एसपी कॉलोनी, करनाल और हरजीत सिंह उर्फ चीता निवासी होशियारपुर ने तेजेंद्र सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी संधू कॉलोनी के नाम से फर्जी पासपोर्ट बने हैं। वहीं, गुरवीर, बलराज, जोबनजीत, गुरप्रीत, रणजीत, पुनीत, अमन कुमार, जोरा सिंह, समित, रोहन शर्मा, गुरमनदीप, मनजिंद्र सिंह, संदीप सिंह, ब्रास सिंह, लियाकत हुसैन शेख, नसीर अब्दुल वाहीब के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 समेत पासपोर्ट एक्ट के तहत सात केस केस दज किए हैं। क्योंकि बदमाशों ने फर्जी नाम रखे हुए हैं, इसलिए पुलिस दूसरे राज्यों से संपर्क साधकर बदमाशों की पहचान कर रही है, कुछेक की पहचान बाकी है।
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