इंडिया, एशिया और ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हुआ गरिमा का नाम, जानें क्यों

इंडिया, एशिया और ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हुआ गरिमा का नाम, जानें क्यों
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आठ वर्षीय गरिमा मिगलानी ने ये उपलब्धि सभी भारतीय राज्यों की राजधानियों को जिलों की संख्या के साथ सबसे तेजी से बता कर अपना नाम (27 सेकेंड और 29 मिलीसेकेंड ) इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स और ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड्स में (23 सेकेंड और 76 मिलीसेकेंड) दर्ज करवाया है।

हरिभूिम न्यूज:रोहतक

कहते हैं कि प्रतिभा की कोई उम्र नहीं होती, बस उसे निखारने के लिए मेहनत की जरुरत हाेती है। इस कहावत को सच कर दिखाया है कलानौर के वेद मॉडल इंटरनेशनल स्कूल की चौथी कक्षा की छात्रा गरिमा मिगलानी ने। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्यों कि गरिमा ने अपना नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स और ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज करवा कर कलानौर का नाम पूरे देश में रोशन कर दिया है। बता दें कि आठ वर्षीय गरिमा मिगलानी ने ये उपलब्धि सभी भारतीय राज्यों की राजधानियों को जिलों की संख्या के साथ सबसे तेजी से बता कर अपना नाम (27 सेकेंड और 29 मिलीसेकेंड ) इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स और ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड्स में (23 सेकेंड और 76 मिलीसेकेंड) दर्ज करवाया है।

गरिमा मिगलानी ने ओएमजी बुक ऑफ रिकार्ड्स में एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। छात्रा ने विभिन्न 50 अविष्कारों के नाम याद कर उनका उत्तर मात्र 25 सेकेंड और 80 मिलीसेकेंड में दे दिया। गरिमा मिगलानी ने ऐसा कर सबको को आश्चर्यचकितकर दिया है। गरिमा मिगलानी ने यही रिकॉर्ड इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स के लिए अपना नामांकन भरा हुआ है।

बता दें कि गरिमा मिगलानी का जन्म 28 अक्तूबर 2013 को कलानौर में हुआ। उन्हाेंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय परिवार वालों को दिया है। पिता ललित मिगलानी ने बताया कि बेटी का अगला लक्ष्य अपना नाम गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज करवाना है । ऐसा करके गरिमा अपने देश का नाम पूरे विश्व में रोशन करना चाहती हैं।


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