Gita Mahotsav : शंखनाद और गीता महाआरती के बीच कुरुक्षेत्र के 75 तीर्थ स्थलों पर जलाए लाखों दीपक, तस्वीरों में देखें मनमोहक दृश्य

Gita Mahotsav : शंखनाद और गीता महाआरती के बीच कुरुक्षेत्र के 75 तीर्थ स्थलों पर जलाए लाखों दीपक, तस्वीरों में देखें मनमोहक दृश्य
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भगवान श्रीकृष्ण की कर्मस्थली कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में राज्यपाल बंडारु दतात्रेय, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने शंखनाद और मंत्रौच्चारण के बीच सन्निहित सरोवर पर पूजा अर्चना करके ब्रहमसरोवर के पावन तट पर दीपदान किया।

हरिभूमि न्यूज. कुरुक्षेत्र

भगवान श्रीकृष्ण ( Lord Shri Krishna ) की कर्मस्थली कुरुक्षेत्र ( Kurukshetra News ) में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव ( International Gita Festival ) में राज्यपाल बंडारु दतात्रेय ( Governor Bandaru Dattatreya ) केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ( Union Minister G Kishan Reddy ) ने शंखनाद और मंत्रोच्चारण के बीच सन्निहित सरोवर पर पूजा अर्चना करके ब्रहमसरोवर के पावन तट पर दीपदान ( Deepdaan ) किया। इस दीपदान के साथ ही परम्परा अनुसार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 भी सम्पन्न हुआ। इस महाआरती की संध्या में दीपोत्सव मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। इस दीपोत्सव में जहां सन्निहित सरोवर और ब्रहमसरोवर के पावन तट पर लाखों दीपक जलाएं वहीं कुरुक्षेत्र और 48 कोस के 75 तीर्थ स्थलों पर भी लाखों दीपक जलाए गए। इस समापन समारोह पर दीपोत्सव का यह दृश्य अदभुत और मनमोहक रहा।


ज्योतिसर तीर्थ पर दीपोत्सव का दृश्य।

राज्यपाल बंडारु दतात्रेय और केन्द्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी पहुंचे

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 में पुरुषोतमपुरा बाग ब्रहमसरोवर पर राज्यपाल बंडारु दतात्रेय, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, सांसद नायब सिंह सैनी, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, विधायक सुभाष सुधा, उपायुक्त मुकुल कुमार, प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने मंत्रोंच्चारण के बीच विराट महाआरती में भाग लेकर दीपदान भी किया। इस आरती का मंत्रोच्चारण बलराम गौतम ने करवाया।


ऐतिहासिक ब्रह्मसरोवर पर दीपोत्सव का दृश्य

कुरुक्षेत्र की पूरी फिजा गीतामय हुई

अंतर्ररष्ट्रीय गीता महोत्सव में गीता और ब्रहमसरोवर आरती से पहले पवित्र ग्रंथ गीता के श्लौका का उच्चारण शुरू हो गया था इन शखेकोच्चारण से धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पूरी फिजा गीतामय हो गई। इसके साथ ही विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से लाखों दीपकों को रोशन किया गया। इन दीपों की रोशनी से ब्रहमसरोवर का पूरा तट जगमगा उठा और एक मनमोहक दृश्य नजर आया। राज्यपाल बंडारु दतात्रेय ने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव और जयंती समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में गीता जयंती का यह समारोह दीपोत्सव के कारण बहुत अदभुत रहा और लाखों दीपों की दीपमाला से ब्रहमसरोवर ही नहीं कुरुक्षेत्र का दृश्य अदभुत नजर आया। भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की ही भूमि पर महाभारत के युद्घ के बीच एक ऐसा शांति का संदेश दिया जो आज गीता उपदेश नाम से पूरे विश्व को प्रकाशमय कर रहा है। इस पवित्र ग्रंथ गीता में जीवन जीने का सार वर्णित किया गया है। इस महाभारत के बीच शांति का संदेश देना किसी भी इतिहास में नजर नहीं आया है। उन्होंने कहा कि महोत्सव के कार्यक्रमों को आनलाईन प्रणाली से देश-विदेश तक पहुंचाया गया। इस महोत्सव के संत सम्मेलन, वैश्विक गीता पाठ, दीपोत्सव बेहतरीन कार्यक्रम रहे।


दीपोत्सव में रंग-बिरंगे हिंडोले भी बने आकर्षण का केन्द्र

उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2021 के समापन समारोह पर सांध्यकालीन आरती के तुरंत बाद ब्रहमसरोवर के तट से रंग-बिरंगे हिंडोले हवा में छोड़े गए। इन हिंडोले से निकलने वाली रोशनी ने ब्रहमसरोवर की फिजां को रंगीन कर दिया।




ऐतिहासिक ब्रह्मसरोवर पर दीपदान करते राज्यपाल बंडारु दतात्रेय और केन्द्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी।

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